गोंडा: धर्म परिवर्तन कराकर लड़कियों को बेचने वाले गैंग का पर्दाफाश, तीन गिरफ्तार
गोंडा के दो आरोपी युवक लखनऊ से व एक युवक को गोंडा से ही गिरफ्तार किया गया है। इनके चंगुल से दो लड़कियों को छुड़ाकर वन स्टॉप सेंटर भेजा गया है।
गोंडा में लड़कियों को बहला फुसलाकर धर्म परिवर्तन कराकर बेचने वाले गिरोह का फर्दाफाश हुआ है। गोंडा के दो आरोपी युवक लखनऊ से व एक युवक को गोंडा से ही गिरफ्तार किया गया है। इनके चंगुल से दो लड़कियों को छुड़ाकर वन स्टॉप सेंटर भेजा गया है।
अब जानते हैं पूरा मामला
दरअसल, गोंडा की नगर कोतवाली में लखनऊ की एक युवती ने अपनी नाबालिग बहन की गुमशुदगी दर्ज कराई थी। एक युवक पर उसे बहाला फुसलाकर ले जाने का आरोप लगाया था। दूसरा केस खरगूपुर थाने में दर्ज था जिसमें युवती को भगा ले जाने का आरोप दो भाईयों पर था। पुलिस दोनों ही मामलों में आरोपियों की तलाश कर रही थी।
केस-1
शादी का झांसा देकर करा दिया धर्म परिवर्तन
गोंडा के ASP शिवराज प्रजापति के मुताबकि, "गोंडा पुलिस को सूचना मिली कि दो सगे भाई एक 21 साल की युवती को शादी का झांसा देकर लखनऊ ले गए और युवती का धर्म परिवर्तन करा दिया है। इसके बाद एक टीम को सोमवार दोपहर लखनऊ रवाना किया गया। लखनऊ में दोनों भाई साकिर खान व जाकिर खान को गिरफ्तार कर लिया गया। युवती को बरामद कर लिया गया। दोनों भाई युवती को दिल्ली ले जाकर बेचने की फिराक में थे।"
केस -2
पैसे लेकर नाबालिग को बेचने वाला था युवक
दूसरे मामले में लखनऊ की रहने वाली एक 17 साल की नाबालिग लड़की को गोंडा का रहने वाला 21 साल का रिहान उर्फ सहबान बहला फुसलाकर एक हफ्ते पहले ले आया था। एएसपी के मुताबिक रेहान किसी से पैसे लेकर लड़की को बेचने की फिराक में था लेकिन समय रहते गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी युवक शादीशुदा है। दोनों पीड़िताओं को वन स्टॉन सेंटर भेजा गया है। नाबालिग लड़की को लेने के लिये परिवार वाले लखनऊ से रवाना हो गए हैं।
एसपी बोले- लड़कियों को बेचने की फिराक में थे आरोपी
पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर ने बताया कि पुलिस ने तीन आरोपियों को पकड़ा है। खरगूपुर और नगर कोतवाली में लड़कियों को बहला-फुसलाकर भगा ले जाने के मामले आरोपियों पर दर्ज थे। आरोपी साकिर खान और जाकिर खान को खरगूपुर पुलिस ने लखनऊ से गिरफ्तार किया है। नगर कोतवाली पुलिस ने रिहान नाम के आरोपी को गोंडा से गिरफ्तार किया है। गोंडा की एंटी ह्यूमेन ट्रैफिकिंग यूनिट को भी जांच में लगाया गया है। आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जेल भेजा जाएगा। उनके गिरोह के बारे में पता लगाया जाएगा।