गोरखपुर में चारकोल प्लांट को मिली स्वीकृति,सीएम योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई बैठक में बनी सहमति
गोरखपुर के सहजनवां क्षेत्र के सुथनी में एनटीपीसी द्वारा देश का दूसरा प्लांट लगाया जाएगा। इसका पहला प्लांट वाराणसी में लगाया जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में लखनऊ में हुई बैठक के दौरान एनटीपीसी की ओर से प्रस्तावित गोरखपुर में चारकोल प्लांट को सैद्धांतिक सहमति मिल गई है। उम्मीद जताई जा रही है सितंबर के दूसरे सप्ताह में सीएम के हाथों इसका शिलान्यास हो सकता है।
गोरखपुर जिले के सहजनवां क्षेत्र के सुथनी में नेशनल थर्मल पावर कारपोरेशन (एनटीपीसी) की ओर से प्रस्तावित हरित कोयला (चारकोल) प्लांट को सैद्धांतिक सहमति मिल गई है। सोमवार को लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में महापौर डा. मंगलेश श्रीवास्तव, नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल एवं शासन व एनटीपीसी के अधिकारियों की बैठक में इस बात पर मुहर लग गई। जल्द ही गोरखपुर में इस प्लांट को लेकर एनटीपीसी एवं नगर निगम के बीच एमओयू किया जाएगा। एमओयू में कुछ और बिंदु बढ़ सकते हैं। उम्मीद जताई जा रही है सितंबर के दूसरे सप्ताह में मुख्यमंत्री के हाथों इसका शिलान्यास हो सकता है।
255 करोड़ रुपये की लागत लगेगा प्लांट
15 एकड़ में स्थापित होने वाले इस प्लांट पर 255 करोड़ रुपये की लागत आएगी और इसका क्षमता 500 टन प्रतिदिन होगी। पांच कालीदास मार्ग स्थित मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित बैठक में एनटीपीसी की ओर से 50 मेगावाट क्षमता का सौर ऊर्जा प्लांट लगाने की घोषणा भी की गई। महापौर डा. मंगलेश ने बताया कि मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में बैठक सार्थक रही। चारकोल प्लांट की स्थापना को लेकर सैद्धांतिक सहमति बन गई है। जल्द ही इसका शिलान्यास होने की उम्मीद है।
कूड़े से बनेगा कोयला
इस प्लांट में कूड़े से हरित कोयला (चारकोल) बनाया जाएगा। एनटीपीसी की ओर से कारपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) के तहत स्थापित किए जाने वाले चारकोल प्लांट से यह संभव होगा। यहां सैकड़ों लोगों को रोजगार भी मिलेगा। इस साल दिसंबर तक कूड़े से चारकोल बनाना शुरू होने की उम्मीद है। 25 वर्ष के लिए हो रहे करार से नगर निगम 650 करोड़ रुपये की बचत करेगा। निवेश को जोड़ लिया जाए तो बचत 905 करोड़ रुपये हो जाएगी। एनटीपीसी वाराणसी में 600 टीपीडी क्षमता का प्लांट लगा रहा है। यह देश का पहला कूड़े से चारकोल बनाने का प्लांट है। अब गोरखपुर में देश के दूसरे प्लांट की नींव पड़ेगी। फरवरी में नगर आयुक्त बनने के बाद गौरव सिंह सोगरवाल ने वाराणसी की तरह गोरखपुर में भी चारकोल प्लांट लगाने का निर्णय लिया। उन्होंने एनटीपीसी के दिल्ली कार्यालय में दो बार पहुंचकर अधिकारियों से मुलाकात की। 25 वर्ष तक एनटीपीसी ही प्लांट का संचालन करेगा।
एसडब्ल्यूएमपी की जमीन पर लगेगा प्लांट
सालिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट के लिए सुथनी में खरीदी गई 25 एकड़ जमीन में से 15 एकड़ पर यह प्लांट स्थापित होगा। 10 एकड़ में सीएनजी प्लांट की स्थापना की जा रही है। नगर निगम एनटीपीसी को एक रुपये प्रति वर्गमीटर की दर पर 25 वर्ष के लिए जमीन देगा।
संतकबीरनगर का भी कूड़ा आएगा
सुथनी में चारकोल प्लांट स्थापित होने के साथ ही न सिर्फ महानगर, बल्कि जिले की कई नगर पंचायतों और संतकबीरनगर से भी कूड़ा आएगा। नगर निगम क्षेत्र में रोजाना 506 टन कूड़ा निकल रहा है। इसमें से दो सौ टन गीला कूड़ा बायो सीएनजी प्लांट को दिया जाएगा। बचा 306 टन कूड़ा चारकोल प्लांट को भेजा जाएगा। इसके अलावा सहजनवां, मगहर, घघसरा, उनवल, बांसगांव आदि नगर पंचायतों व नगर पालिकाओं से कूड़ा मंगाया जाएगा।