गोरखपुर: निषाद महाकुंभ में पूर्व मंत्री जय प्रकाश निषाद ने कहा- निषाद समाज का नहीं है कोई ठेकेदार, आरक्षण को लेकर कही ये बात
गोरखपुर के महंत दिग्विजयनाथ पार्क में आयोजित निषाद महाकुंभ में हजारों लोग जुटे। इस कार्यक्रम में मौजूद मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री एवं पूर्व राज्यसभा सदस्य जय प्रकाश निषाद ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि आरक्षण के लिए हमें सही समय पर सही जगह सूचना पहुंचानी है। सरकार आरक्षण देना भी चाह रही है लेकिन अगुवा बनने वाले लेना नहीं चाह रहे हैं।
पूर्व मंत्री एवं पूर्व राज्यसभा सदस्य जय प्रकाश निषाद ने कहा कि निषाद समाज का कोई ठीकेदार नहीं है। कुछ लोग अगुवा बनकर समाज को ठगने का कार्य किए हैं। हमें स्वर्गीय जमुना निषाद, फूलन देवी और अखिलेश निषाद के मिशन को आगे बढ़ाना है। हम अपने अधिकार की बात संवैधानिक तरीके से करेंगे। आरक्षण के लिए हमें सही समय पर सही जगह सूचना पहुंचानी है। सरकार आरक्षण देना भी चाह रही है, लेकिन अगुवा बनने वाले लेना नहीं चाह रहे हैं। क्यों नहीं लेना चाह रहे हैं, इस प्रश्न का उत्तर समाज के लोगों को खोजना है।
वह महंत दिग्विजयनाथ पार्क में एकलव्य आदिवासी मछुआ विकास ट्रस्ट की ओर से निषाद महाकुंभ में मुख्य अतिथि थे। उन्होंने कहा कि निषाद महाकुंभ पार्टी और संगठन बनाने के लिए नहीं, अधिकारों की बात करने के लिए है। प्रभु श्रीराम को इसी समाज ने नदी पार कराया। इसके बदले उनसे समाज के लोगों को भवसागर पार कराने का वचन लिया। उसी तरह 2014, 2017 और 2019 के चुनाव में निषाद समाज ने भाजपा की नाव पार कराई। अब यही उम्मीद है कि हमारा भी अधिकार मिल जाए। इसमें कोई दलाली न करने पाए। अध्यक्षता पीडब्ल्यूडी के रिटायर इंजीनियर श्रवण कुमार निषाद और संचालन घनश्याम दत्त निषाद ने किया।
अखिलेश निषाद की मृ़त्यु की हो सीबीआइ जांच
सहजनवां के कसरवल में आरक्षण के लिए सात जून, 2015 को हुए संघर्ष में मारे गए इटावा के अखिलेश निषाद की बड़ी बहन भगवती देवी निषाद ने कहा कि सरकार इस हत्या की सीबीआइ जांच कराए।
तीन महीने में नहीं मिला आरक्षण तो फिर होगा महाकुंभ
विभिन्न जिलों से जुटे निषाद समाज के लोगों ने आरक्षण के लिए हुंकार भरी। तय हुआ कि यदि तीन महीने में 17 जातियों को अनुसूचित जाति का आरक्षण नहीं मिला तो नवंबर में फिर से निषाद समाज के लोग महाकुंभ आयोजित करेंगे।
बिना नाम लिए कैबिनेट मंत्री डा. संजय पर निशाना
पूर्व राज्यसभा सदस्य जय प्रकाश निषाद ने बिना नाम लिए कैबिनेट मंत्री डा. संजय पर निशाना साधा। कहा कि निषाद समाज की बदौलत एक नेता ने भाजपा से गठबंधन कर विधानसभा चुनाव में 16 टिकट ले लिया, लेकिन निषाद समाज के किसी व्यक्ति को नहीं दिया। लोस, रास, विस में हमारा बहुमत नहीं है, इसलिए हमारी बात नहीं सुनी जा रही है। राज्यसभा में मैंने आरक्षण का मुद्दा उठाया था। हम अपने अधिकार की बात कर रहे हैं।