मुख्यमंत्री योगी ने 600 लोगों का सुना दर्द, महिला बोली- महाराज जी... दहेज के लिए प्रताड़ित कर रहे ससुराल वाले
सीएम ने पहली बार मंदिर स्थित दिग्विजयनाथ स्मृति सभागार के बाहर परिसर में करीब 600 लोगों की समस्याएं सुनी और उन्हें मदद का भरोसा दिलाया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर में जनता दरबार लगाया। सीएम ने पहली बार मंदिर स्थित दिग्विजयनाथ स्मृति सभागार के बाहर परिसर में करीब 600 लोगों की समस्याएं सुनी और उन्हें मदद का भरोसा दिलाया।
इस दौरान किसी ने दहेज उत्पीड़न की बात कही, तो किसी ने भूमाफिया द्वारा जमीन कब्जा करने की शिकायत की। मुख्यमंत्री ने सभी की शिकायतों को सुन अधिकारियों से सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
जमीनी विवाद के सबसे अधिक मामले पहुंचे
इस बार जनता दरबार में सबसे अधिक शिकायतें राजस्व यानी जमीनी विवाद से जुड़ी पहुंची थी। जबकि पुलिस से जुड़ी शिकायतें कम थी। गोरखपुर के अलावा अन्य जिलों से आने वाले फरियादियों की संख्या काफी अधिक रही। मुख्यमंत्री योगी ने पीड़ितों की समस्याओं को सुनने के साथ ही अधिकारियों से कार्रवाई को कहा। पुलिस से जुड़े मामलों को SSP तो राजस्व से जुड़े मामलों के पत्र उन्होंने डीएम को सौंपे।
दिग्वजनात स्मृति सभागार के बाहर सुनी फरियाद
शुक्रवार को जनता दरबार में पहुंचे लोग अपना शिकायती पत्र लेकर हिंदू सेवाश्रम और यात्री निवास पहुंचे थे। यहां तैनात अधिकारियों ने पीड़ितों को यात्री निवास के रास्ते से मंदिर के अंदर महंत दिग्वजनाथ स्मृति सभागार भेजा। जहां बाहर लगी कुर्सी पर लोग बैठे। इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उनके बीच पहुंचे और उनकी शिकायतों को सुना।
बच्चे को खिलाई चाकलेट
मुख्यमंत्री योगी जब जनता दर्शन के दौरान लोगों की शिकायतों को सुन रहे थे, तभी उनकी नजर एक बच्चे पर पड़ी जो अपनी मां की गोद में था। मुख्यमंत्री योगी ने उसके पास पहुंच कर उसके साथ दुलार किया और फिर उसे चाकलेट दी।
अब आइए जानते हैं, कैसे मामले जनता दरबार में पहुंचे...?
केस 1: महाराज जी दहेज के लिए प्रताड़ित कर रहे ससुराल वाले
कोतवाली क्षेत्र के बक्शीपुर की बबीता गौड़ ने मुख्यमंत्री योगी से कहा कि मार्च 2019 में उसकी शादी कूड़ाघाट झारखंडी के सुनील गौड़ से हुई थी। ससुराल पहुंचने के कुछ दिनों बाद से ही दहेज के लिए उसका उत्पीड़न शुरू हो गया। इसके बाद वह मायके आ गई।
बीते 3 साल से मायके में रह रहीं हूं, लेकिन कभी ससुराल वालों ने पूछा तक नहीं। इसकी शिकायत पुलिस में भी कीए लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हो सकी। बबीता ने अपने पति पर अन्य महिलाओं से भी संबंध रखने का आरोप लगाया। सीएम योगी ने उसकी शिकायत सुन तत्काल कार्रवाई के निर्देश एसएसपी को दिए।
केस 2: जान का खतरा बता सीएम से गनर दिलाने की गुहार
गुलहरिया क्षेत्र के झुंगिया बाजार निवासी आशीष प्रजापति ने मुख्यमंत्री योगी से गनर दिलाने की गुहार लगाई। उसका कहना था कि माफिया राकेश यादव से उसकी रंजिश है। वह कभी भी उसकी हत्या करा सकता है। उसका कहना था पहले उसे गनर मिला थाए लेकिन कुछ लोगों ने साजिश रच कर उसके खिलाफ प्रार्थना पत्र दिया जिससे उसका गनर हटा लिया गया।
केस 3: भू-माफिया ने किया है अवैध कब्जा
जाफरा बाजार की निशात अफरोज पत्नी स्व. सफायतुल्लाह ने सीएम को पत्र देकर कहा कि महादेव झारखंडी टुकड़ा नंबर 3 में उसके पति ने रेलवे में नौकरी के दौरान दो किता जमीन गाटा संख्या 267.2 और 523.2 जरिये रजिस्ट्री खरीदा था।
अमलदरामद के बाद उनका नाम भी चढ़ गया, लेकिन जब वह मौके पर गई तो वहां पर एक भू-माफिया ने कब्जा जमा रखा था। उन्होंने गुहार लगाई की उनके साथ न्याय करते हुए उन्हें कब्जा दिलाया जाए। मुख्यमंत्री ने डीएम को कार्रवाई के निर्देश दिए।
लालकक्ष में भी 50 से अधिक लोगों ने की मुलाकात
जनता दर्शन में लोगों की शिकायतों को सुनने के बाद मुख्यमंत्री योगी मंदिर स्थित लालकक्ष में बैठे। यहां उन्होंने करीब 50 से अधिक लोगों ने मुलाकात की। कुछ लोगों ने मुख्यमंत्री को अपना प्रार्थना.पत्र भी दिया। इसके अलावा ऊपर कक्ष में भी योगी कुछ लोगों से मिले।
गुरु गोरक्षनाथ का दर्शन कर गोशाला में की गोसेवा
इससे पहले सुबह मठ से बाहर आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सबसे पहले गुरु गोरखनाथ का दर्शन पूजन किया। उसके बाद अपने गुरु ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ की समाधि पर मत्था टेक आशीर्वाद लिया। मंदिर परिसर का भ्रमण करते हुए गोशाला पहुंच, वहां गोसेवा की।
योगी को अपने बीच पाकर गोवंश खुद उनके पास चले आए। योगी ने गायों को गुड़ और चना खिलाया। जनता दर्शन के बाद योगी ने श्वान कालू एवं गोलू को बिस्किट खिलाने के साथ ही उन्हें दुलार किया।