ये हैं जौनपुर सिटी मजिस्ट्रेट... लोगों को खुलेआम बलात्कार में फंसाने की धमकी दे रहे, वीडियो वायरल
उत्तर प्रदेश के जौनपुर सिटी मजिस्ट्रेट ने एक पक्ष को फर्जी बलात्कार के केस में फंसाने की धमकी दी। मामला जौनपुर के सरायख्वाजा थाना क्षेत्र का है। यहां सिटी मजिस्ट्रेट विवाद को हल कराने पहुंचे थे।
यूपी के जौनपुर में प्रशासनिक अधिकारी ही झूठे केस में अंदर करने की बात खुलेआम कर रहे हैं। ऐसे में कानून व्यवस्था का भगवान ही मालिक है। दरअसल, जौनपुर के सिटी मजिस्ट्रेट देवेंद्र सिंह बीते शुक्रवार को एक मठ की विवादित जमीन का निबटारा करने पहुंचे थे। वहां सिटी मजिस्ट्रेट एक महिला को मठ में रखवाने का दबाव बनाने लगे। ऐसा न करने पर दूसरे पक्ष को बलात्कार के केस में फंसा देने की बात सरेआम कहने लगे। उनकी इस धमकी भरी बात को किसी ने रिकॉर्ड कर लिया। अब ये वीडियो वायरल हो रहा है।
ये है मामला
सरायख्वाजा थाना क्षेत्र के ककोर गहना में बरसों पहले एक परिवार द्वारा कबीर मठ स्थापित किया गया था। मंशा थी कि इस मठ में पूजा-पाठ के साथ ही अन्य धार्मिक कार्य किए जाएंगे, लेकिन कुछ दिन बाद मठ की ज़मीन पर भूमाफियाओं की बुरी नज़र पड़ गई। भूमाफिया मठ कब्ज़ा करने के लिए वहां भूसा रखने लगे। मठ में ताला भी लगा दिया गया। कोई साधु या साध्वी आते तो उन्हें रहने नहीं दिया जाता। इसी को लेकर एक साध्वी ने जिला प्रशासन से शिकायत की। शिकायत के आधार पर सिटी मजिस्ट्रेट मामला हल करने मौके पर पहुंच गए।
सिटी मजिस्ट्रेट ने दूसरे पक्ष को दी धमकी
सिटी मजिस्ट्रेट जब मठ पहुंचे तो उन्होंने दूसरे पक्ष को समझाने की कोशिश की। शिकायतकर्ता महिला को मठ में रखने की हिदायत दी। आरोप है कि इस दौरान सिटी मजिस्ट्रेट ने महिला को मठ में रखे जाने से मना करने पर दूसरे पक्ष को रेप केस में फंसा देने की धमकी भी दी। उनकी धमकी देने की बात किसी ने भीड़ में रिकॉर्ड कर ली और इसे वायरल कर दिया।
पुरखों ने स्थापित किया था मठ- प्रमोद
मठ को अपना बताने वाले एक पक्ष के प्रमोद मौर्य का कहना है कि इसे उनके पुरखों ने स्थापित किया था। आजमगढ़ के रामसुमेर नामक व्यक्ति को पूजा पाठ के लिए यहां रखा गया था। कुछ दिन के बाद रामसुमेर की तबीयत खराब हो गई। उनके स्थान पर उनका नाती यहां आकर रहने लगा। प्रमोद का आरोप है कि रामसुमेर ने किसी रामप्रीत के नाम पर फर्जी वसीयत कर दी। इसके आधार पर रामप्रीत का नाम खतौनी पर दर्ज हो गया। इस वसीयत के खिलाफ जिला जज की अदालत में केस चल रहा है। शुक्रवार को सिटी मजिस्ट्रेट आए और महिला को मठ में रखने की बात कहने लगे। ऐसा न करने पर रेप केस में फंसा देने की धमकी देने लगे।