पीएम मोदी ने किया शैली सिंह का जिक्र, जान लीजिए झांसी की इस बेटी ने कैसे बढ़ाया देश का मान
पीएम नरेंद्र मोदी ने हाल में बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के उद्घाटन के दौरान शैली सिंह का जिक्र किया। एथलीट शैली सिंह झांसी की रहने वाली हैं और अपने जुनून के दम पर उन्होंने जो मुकाम हासिल किया, उस कारण उनकी ख्याति पूरी दुनिया में फैल गई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को जालौन में बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का लोकार्पण किया। इस दौरान अपने संबोधन में पीएम ने बुंदेलखंड की उपलब्धियों और प्रतिभाओं का बखान करते हुए झांसी की बेटी शैली सिंह का नाम लिया। एथलीट शैली सिंह झांसी की रहने वाली हैं और अपने जुनून के दम पर उन्होंने जो मुकाम हासिल किया, उस कारण उनकी ख्याति पूरी दुनिया में फैल गई। शैली सिंह कौन है, इसकी भी चर्चा हो रही है। पिछले साल अंडर 20 विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीतकर शैली ने भारत की दमदार उपस्थिति दर्ज कराई थी। अभाव के बीच संघर्ष करते हुए उसने यह मंजिल हासिल की।
झांसी के पारीछा गांव की रहने वाली यह खिलाड़ी सिल्वर मेडल जीतने के बाद राष्ट्रीय स्तर पर खेल जगत में चर्चा का विषय बन गई। संसाधनों के अभाव में जुनून के सहारे आगे बढ़ने की उसकी ललक ने उसकी पहचान कायम की। शैली की मां को भी बचपन में दौड़ने और कूदने का शौक था, लेकिन वे अपनी इच्छाएं पूरी नहीं कर सकीं। अपने पहलवान नाना को देखकर शैली सिंह ने खेलकूद में रुचि दिखाई तो मां विनीता सिंह ने पूरा सहयोग दिया।
कौन है शैली सिंह, जानिए परिवार और पढ़ाई के बार में शैली का जन्म 7 जनवरी 2004 में झांसी के पारीछा गांव स्थित ननिहाल में हुआ था। शैली अपनी मां और भाई-बहन के साथ अपने ननिहाल में रहती थी। पढ़ाई के लिए उसका दाखिला शुरुआती दौर में गांव के ही प्राथमिक विद्यालय में कराया गया। कुछ समय बाद गांव के समीप के सरस्वती विद्या मंदिर में उसका एडमिशन कराया गया। इस दौरान शैली ने दौड़ने और कूदने का अभ्यास जारी रखा। बेटी की जरूरतों को पूरा करने के लिए मां ने सिलाई का काम किया।
अंजू बॉबी जॉर्ज ले गईं अपने साथ बेंगलुरु
स्कूल के दौरान शैली का प्रदर्शन लगातार बेहतर हो रहा था, उसने दौड़ और कूद की कई प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया और दमदार उपस्थिति दर्ज कराई। स्कूल और परिवार के लोगों के कहने पर शहर स्थित ध्यानचंद स्टेडियम में उसने प्रशिक्षण लेने की शुरुआत की। इसके बाद लखनऊ के स्पोर्ट्स स्टेडियम के लिए उसका चयन हो गया। एक कार्यक्रम में शैली का प्रदर्शन प्रसिद्ध एथलीट अंजू बॉबी जार्ज ने देखा और शैली को बेंगलुरु ले गई, उसे अपने साथ रखकर अकादमी में प्रशिक्षण दिया।
शैली ने देश को दिलाया सिल्वर मेडल
शैली ने राष्ट्रीय स्तर की कई प्रतिस्पर्धाओं में हिस्सा लिया। नैरोबी में चल रहे अंडर 20 विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में फाइनल में 6.59 मीटर की लंबी छलांग लगाकर सिल्वर मेडल हासिल कर देश का परचम लहराया। पीएम मोदी ने शैली के नाम का जिक्र कर एक बार उसकी उपलब्धियों और संघर्षों की कहानी को ताजा कर दिया है।