कानपुर में अखिलेश, ओवैसी और गहलोत का पुतला जलाया, अगला प्रदर्शन नेताओं के घरों पर
बजरंग दल के पूर्व राष्ट्रीय संयोजक प्रकाश शर्मा ने शुक्रवार को कहा कि कुछ पार्टियों के नेता गलत बयानबाजी कर हिंदू समाज की भावनाओं से खेल रहे है, जो बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
ज्ञानवापी मस्जिद मामले में विपक्षी पार्टियों द्वारा लगातार की जा रही बयानबाजी के खिलाफ शुक्रवार को हिंदूवादी संगठन के लोग सड़कों पर उतर आए। भाजपा को छोड़ कर अन्य पार्टियों के नेताओं ने अब तक जो कुछ भी बोलै है उसके खिलाफ अपना रोष व्यक्त करते हुए हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं ने यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, एआईएमआईएम के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का पुतला बड़े चौराहे पर फूंका। आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने जोरदार नारेबाजी के बीच पुतले को आग के हवाले करते हुए अन्य पार्टियों के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाए।
विपक्षी नेताओं ने बयानबाजी बंद नहीं की तो अगला प्रदर्शन उनके घरों के बाहर होगा
ज्ञानवापी मामले में अन्य पार्टियों के नेताओं की अमर्यादित और भड़काऊ बयानबाजी करने वाले नेताओं के खिलाफ आज सुबह 11 बजे से ही बड़ी संख्या में कार्यकर्ता एकत्रित होने लगे थे। देखते ही देखते दोपहर एक बजे तक बजे चौराहे पर जाम की स्थिति बनने लगी। बड़े चौराहे पर बने भारत माता प्रतिमा स्थल बड़े चौराहे पर एक सभा हुई जिसमें बजरंग दल के पूर्व राष्ट्रीय संयोजक प्रकाश शर्मा ने कहा कि, कुछ पार्टियों के नेता गलत बयानबाजी कर हिंदू समाज की भावनाओं से खेलने का काम कर रहे है जिसे बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मुगल शासन काल में मंदिरों को तोड़कर उसके ऊपर मस्जिदों का निर्माण किया गया था और ज्ञानवापी में सर्वे में धीरे-धीरे करके सब सामने आ रहा है। हम कानून का पूरा सम्मान करते है उसी के तहत हो रही कार्रवाई के समर्थन में है। अगर इन नेताओं ने गलत बयानबाजी बंद न की तो अगला प्रदर्शन इनके घरों के बाहर होगा।