पुलिस हैवानों की तरह व्यापारी को पीट रही थी... थाने में गूंज रही थीं चीखें, हत्या के चश्मदीद ने सुनाई रूह कंपाने वाली दास्तां
उत्तर प्रदेश के कानपुर में पुलिस हिरासत में व्यापारी की मौत का मामला ठंडा नहीं हो रहा है। अब मामले के चश्मदीद ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। बता दें कि 12 दिसंबर की रात पुलिस हिरासत में व्यापारी की मौत हो गई थी।
रनियां थाना में व्यापारी बलवंत के साथ पुलिस ने राम सिंह राठौर को भी उठाया था। वह बलवंत की हत्या का वह चश्मदीद है। पुलिस ने उसकी भी पिटाई की थी इसके बाद उसे गोपनीय ढंग से मंगलपुर थाने में रखा गया वहां हालत बिगड़ी तो रात भर हवासपुर सीएचसी में इलाज कराया गया। गुरुवार को पुलिस ने उसके नाना के यहां छोड़ दिया। मीडिया कर्मियों से कोई बात न करने की कड़ी हिदायत भी दी गई है। गुरुवार शाम उसने कुछ मीडिया कर्मियों से पुलिस के ज़ुल्म की दास्ता संक्षेप में बताई।पुलिस कस्टडी में मृतक व्यापारी बलवंत अपने साथी महिपालपुर शिवराजपुर के राम सिंह के साथ लोडर लेकर रनियां चोकर लेने आया था। वहां से पुलिस ने दोनों को उठाया। बलवंत के साथ राम सिंह को भी बुरी तरह से पीटा गया। बलवंत की मौत हो गई तो पुलिस के हाथ पांव फूल गए। राम सिंह ने पुलिस की बर्रबरता अपनी आंखों से देखी है, इसलिए पुलिस उसे छोड़ नहीं रही है। डर है कि कहीं बाहर जाने पर वह सच्चाई बयां न कर दे। वहीं, मंगलवार रात राम सिंह की हालत बिगड़ी तो एक बार फिर अफसरों के हाथ पांव फूल गए। उसे अब मीडिया कर्मियों से दूर रखने की कोशिश जारी है।
पुलिस की हिदायत के वजह से दहशत में राम राठौर
मृतक व्यापारी बलवंत के साथ पुलिस ने महिपालपुर शिवराजपुर के राम सिंह राठौर को पुलिस ने पकड़ा था। रनियां थाने में उसे भी पीटा गया था। बलवंत की पिटाई देख राम बुरी तरह से डर गया था। उसने बताया कि बलवंत की चीखें पूरे थाना परिसर में गूंज रहीं थीं। पुलिस वाले बेहरमी से डंडे, पट्टे से पीट रहे थे। उसके दोनों हाथ रस्सी से बांधे गए थे। बलवंत की मौत के बाद राम को पुलिस ने मंगलपुर थाने भेज दिया। वहां दो दिन तक रखा गया तबियत बिगड़ने पर हवासपुर सीएचसी में उपचार कराने के बाद गुरुवार को उसके नाना के यहां लालपुर सरैंया में छोड़ दिया गया। साथ ही पुलिस ने उसे हिदायत दी है कि किसी से कोई बात न करे, इसलिए वह सहमा है घटना के बावत विस्तार से बताने से बच रहा है।
आज कन्नौज एसपी आ सकते हैं जांच करने
प्रदेश सरकार की राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला और उनके पति पूर्व सांसद अनिल शुक्ला वारसी ने घटना को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की है। साथ ही जिले स्तर पर अधिकारियों से हुई लापरवाही के बाबत अवगत कराया। पीड़ित परिवार की मदद के लिए आग्रह किया। राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला ने बताया कि घटना की गंभीरता और परिजनों के आरोपों को देखते हुए मुख्यमंत्री ने मामले की जांच कन्नौज एसपी से कराने के निर्देश जारी कर दिए हैं। आज कन्नौज एसपी जिले में जांच के लिए आ सकते हैं। वह अपने स्तर से एसआईटी भी गठित करेंगे। फिलहाल जिले स्तर पर मजिस्ट्रेटी जांच चल रही है। कानपुर देहात पुलिस को जांच से दूर रखने की मांग लगातार की जा रही है।
ये था मामला
12 दिसंबर की रात रनियां थाना में व्यापारी सरैंया लालपुर निवासी बलवंत सिंह (27) की बेहरहमी से पिटाई की गई थी, जिससे उसकी मौत हो गई थी। मामले में मृतक के चाचा अंगद सिंह की तहरीर पर रनियां थानाध्यक्ष शिव प्रकाश सिंह, शिवली कोतवाल राजेश कुमार सिंह, एसओ प्रभारी प्रशांत गौतम, मैथा चौकी इंचार्ज ज्ञान प्रकाश पांडेय समेत 9 पुलिस कर्मियों पर रिपोर्ट दर्ज की गई। रनियां थाने में जब हत्या की रिपोर्ट दर्ज हुई थी, तब शिव प्रकाश ही थानाध्यक्ष था।