कानपुर: टैंक की सफाई करने उतरे थे तीन मजदूर, जहरीली गैस की चपेट में आने से मौत, शवों को छोड़कर युवक हुआ फरार
जाजमऊ थाना क्षेत्र में स्थित टेनरी में टैंक की सफाई करने उतरे तीन मजदूर जहरीली गैस की चपेट में आकर बेहोश हो गए। तीनों काे आनन फानन हैलट अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने तीनों को मृत घोषित कर दिया।
कानपुर में सेफ्टी टैंक में उतरे तीन मजदूर जहरीली गैस की चपेट में आकर बेहोश हो गए। घटनास्थल पर मौजूद लोग तीनों काे हैलट अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने तीनों को मृत घोषित कर दिया। मामला जाजमऊ स्थित शालीमार टेनरी का है।
मिली जानकारी के अनुसार, गुरुवार देर रात टेनरी के सेफ्टी टैंक में तीन मजदूर सफाई करने उतरे थे। इस दौरान तीनों जहरीनी गैस की चपेट में आ गए। वहीं, टेनरी से आया युवक हैलट अस्पताल में शवों को छोड़कर फरार हो गया। हादसे की सूचना से मृतकों के परिजनों में हड़कंप मच गया है।
वहीं, सूचना पर पहुंची पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। थाना प्रभारी के अनुसार, प्रथम दृष्टया गैस रिसाव के कारण मृत्यु होना प्रतीत हो रहा है। मृतकों में सोनू वाल्मीकि (28) पुत्र सुंदर लाल निवासी बिधनू, सुखबीर सिंह (35) पुत्र श्रीराम निवासी कानपुर देहात और सत्यम यादव (26 ) शामिल हैं।
बता दें कि हाल ही में बिठूर थाना क्षेत्र के चकरतनपुर नई बस्ती में भी निर्माणाधीन मकान में सीवर टैंक की शटरिंग खोलने उतरे तीन मजदूरों की जहरीली गैस की चपेट में आने से मौत हो गई थी। वैसे तो औपचारिक तौर पर प्रतिबंधित होने के बावजूद उत्तर प्रदेश में सफाईकर्मियों की जान से खिलवाड़ कर सेप्टिक टैंक की सफाई कराई जा रही है।