अमौसी एयरपोर्ट पर दबोचा गया बांग्लादेशी, फर्जीवाड़े से पासपोर्ट बनवाकर दुबई भी हो आया
आरोपी ने फर्जीवाड़ा करते हुए भारतीय नागरिक बनकर फर्जी तरीके से पासपोर्ट और आधार हासिल किया था। फर्जीवाड़े की पुष्टि के बाद ब्यूरो ऑफ इमीग्रेशन ने उसे सरोजनीनगर पुलिस के सुपुर्द कर दिया। वह 2020 से दुबई में था और फर्जी तरीके से बनवाए गए पासपोर्ट की मदद से लखनऊ भी आ गया।
अमौसी एयरपोर्ट पर इमीग्रेशन के दौरान बांग्लादेश के नागरिक को फर्जी तरीके से बनवाए गए भारतीय पासपोर्ट और आधार कार्ड के साथ पकड़ा गया। बांग्लादेशी ने पहचान छुपाकर भारतीय पासपोर्ट और आधार कार्ड बनाया था। दुबई से आया आरोपित अमौसी से कोलकाता की फ्लाइट पकड़ने की तैयारी में था। सरोजनीनगर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज करने के साथ ही आरोपित को गिरफ्तार कर जांच शुरू कर दी है।
अमौसी एयरपोर्ट पर तैनात इमीग्रेशन अफसर गणेश मिश्रा के अनुसार रविवार को दुबई से इंडिगो की फ्लाइट से आए जब्बार शेक पर शक हुआ। जब्बार के पासपोर्ट पर पिता का नाम जमाल शेक और पता उत्तर बहीरगाछी, नकाशी पारा, नदिया पश्चिम बंगाल, पिन कोड 741126 दर्ज था। पासपोर्ट T8628492 संदिग्ध लगने पर पूछताछ शुरू की गई। काफी देर गुमराह करने के बाद सख्ती से पूछताछ में बताया कि उसका नाम मोहम्मद अब्दुल जब्बार है और मूलरूप से बांग्लादेश का रहने वाला है। आरोपित के पास से बांग्लादेशी पहचान पत्र भी बरामद हुआ। तलाशी में आधार कार्ड भी बरामद हुआ है।
छानबीन में पता चला कि आरोपित ने फर्जीवाड़ा करते हुए भारतीय नागरिक बनकर फर्जी तरीके से पासपोर्ट और आधार हासिल किया था। फर्जीवाड़े की पुष्टि के बाद ब्यूरो ऑफ इमीग्रेशन ने आरोपित को सरोजनीनगर पुलिस के सुपुर्द कर दिया। इंस्पेक्टर सरोजनीनगर संतोष कुमार आर्य के मुताबिक ब्यूरो ऑफ इमीग्रेशन के गणेश मिश्रा की तहरीर पर केस दर्ज कर लिया गया है। आरोपित को गिरफ्तार कर जेल भेजने के साथ ही जांच शुरू कर दी गई है। पता चला है कि आरोपित 2020 से दुबई में था। और फर्जी तरीके से बनवाए गए पासपोर्ट की मदद से लखनऊ भी आ गया। पता लगाया जा रहा है कि आरोपित ने फर्जी तरीके से आधार कैसे हासिल किया और पासपोर्ट बनवाने में किसने मदद की थी।