लखनऊ: STF का SSP तो कभी IAS अफसर बताकर वसूली करने वाले गिरोह का पर्दाफाश, सरगना समेत चार गिरफ्तार
कृष्णानगर पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो खुद को कभी एसटीएफ का एसएसपी तो कभी आईएएस बताकर वसूली व ठगी करता था।
शनिवार को पुलिस ने गैंग के सरगना समेत चार शातिरों को विजयनगर इलाके से गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से वाणिज्य कर विभाग का फर्जी आईडी कार्ड, सचिवालय के फर्जी पास, सरकारी नंबर प्लेट लगी कार, एयर पिस्टल समेत अन्य माल बरामद किया है।
प्रभारी निरीक्षक कृष्णानगर आलोक कुमार राय के मुताबिक, आरोपियों की पहचान प्रयागराज के सिविल लाइन निवासी रितेश कुमार उपाध्याय, आशियाना निवासी सूरज, आलमबाग निवासी इंद्रजीत उर्फ श्रवण सिंह व विनय कुमार के रूप में हुई। गैंग का सरगना रितेश कुमार सिंचाई विभाग के सेवानिवृत्त एक्सईएन का बेटा है।
प्रभारी निरीक्षक के अनुसार, बीते दिनों आशियाना के एक दुकानदार ने शिकायत की थी कि कार सवार चार लोग दुकान पर आए और नाश्ता किया। पैसे मांगने पर कहने लगे कि दिमाग खराब है, सरकारी आदमी से रुपये लोगे। एयर पिस्टल दिखाते हुए धमकाया और चले गए।
सीसीटीवी फुटेज की मदद से शनिवार को गैंग के चार गुर्गों को विजयनगर इलाके से दबोच लिया गया। पूछताछ में सरगना ने कुबूला कि पीजीआई पुलिस ने 2021 में कार (डीएल सीवाई 7225) के साथ पकड़कर जेल भेजा था। छूटने के बाद सरकारी नंबर (यूपी 32 बीजी 6388) लिखी गाड़ी से चलने लगे। इंदिरानगर में रहने वाले एक व्यक्ति के पास इसी नंबर से कार पंजीकृत है। यह व्यक्ति सरकारी विभाग में हैं। पूछताछ में बताया कि खुद को आईएएस अधिकारी बताते हुए प्लॉटिंग करने वाले, व्यापारियों व ट्रक मालिकों से अवैध वसूली करते थे।
ट्रू कॉलर पर मोबाइल नंबर एसटीएफ के नाम से है पंजीकृत
पुलिस के अनुसार, रितेश के पास से वाणिज्य कर विभाग का आईडी कार्ड बरामद हुआ है। आईडी कार्ड पर लिखा मोबाइल नंबर उसीके नाम से है। यह नंबर ट्रू कॉलर पर एसटीएफ के नाम से रजिस्टर्ड है।
सोने का बिस्कुट लेकर करते थे ठगी
पुलिस ने आरोपियों के पास से एक पीली धातु का बिस्कुट बरामद किया। गैंग ने कुबूला कि देर रात ट्रक चालक या किसी को रोककर चेकिंग करते थे। इस दौरान उसकी जेब से इस बिस्कुट की बरामदगी दिखाकर जेल भेजने की धमकी देते थे। इस पर वह डरकर पैसे दे देता था।