ब्राह्मण चेहरा व बसपा सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे नकुल दुबे हुए कांग्रेस में शामिल, मायावती ने किया था पार्टी से निष्कासित
बहुजन समाज पार्टी से निष्काषित हुए ब्राह्मण चेहरा और बसपा सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे नकुल दुबे कांग्रेस में शामिल हो गए हैं, सूत्रों के मुताबिक जल्द ही प्रदेश के कई बड़े नेता, मशहूर हस्तियां कांग्रेस का हाथ थामेंगे।
कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर तैयारी शुरू कर दी है. कांग्रेस नई रणनीति के साथ आगे बढ़ रही है. इसी बीच बहुजन समाज पार्टी से निष्काषित हुए ब्राह्मण चेहरा और बसपा सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे नकुल दुबे कांग्रेस में शामिल हो गए हैं. सूत्रों के मुताबिक जल्द ही प्रदेश के कई बड़े नेता, मशहूर हस्तियां कांग्रेस का हाथ थामेंगे।
बसपा का बड़ा चेहरा हुआ करते थे कभी
कांग्रेस 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारियों के साथ एक मज़बूत विकल्प के रूप में उतरना चाहेगी. बहुजन समाज पार्टी के पूर्व मंत्री नकुल दुबे कांग्रेस में शामिल हो गए हैं. नकुल दुबे यूपी की सियासत में ब्राह्मण चेहरे के तौर पर जाने जाते हैं, जिसके सहारे बसपा सुप्रीमो मायावती की सरकार साल 2007 में ब्राह्मण-दलित गठजोड़ के चलते सत्ता पर काबिज हुई थी. पेशे से अधिवक्ता नकुल दुबे की उत्तर प्रदेश के प्रबुद्ध जनों के बीच गहरी पैठ है. उन्होंने भाईचारा कमेटियों का संयोजन कर मायावती को सत्ता दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी।
प्रियंका गांधी और नकुल दुबे की हुई मुलाकात
पार्टी के सूत्रों के मुताबिक़ कुछ दिनों पहले नकुल दुबे ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी से दिल्ली में मुलाक़ात की थी. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी से मुलाक़ात के बाद आज नकुल दुबे ने कांग्रेस का हाथ थाम लिया है. नकुल दुबे के बाद बहुत जल्द यूपी की सियासत के कई अहम नाम कांग्रेस का दामन थामने जा रहे हैं. सूत्रों के हवाले से खबर यह भी है कि सपा और बसपा के कई बड़े नेता जल्द ही कांग्रेस के झंडे के नीचे नज़र आएंगे. सियासी गलियारों में यह चर्चा जोरों पर है कि आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा की सीधी टक्कर अब कांग्रेस से है इसलिए कई दिग्गज अब हाथ का साथ थामने के लिए तैयार हैं।
नकुल दुबे को मायावती ने किया था पार्टी से निष्कासित
हाल में संपन्न उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के बाद बसपा सुप्रीमो मायावती ने नकुल दुबे को अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में पार्टी से निष्कासित कर दिया था. उन पर पार्टी में अनुशासनहीनता अपनाने और पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने के कारण ये कदम उठाया गया था मायावती ने दुबे के निष्कासन की घोषणा अपने ट्विटर हैंडल से की थी।