लखनऊ: कुछ ही देर में भट्ठी बन गया होटल लिवाना, जेसीबी का हुक टूटा, राहत व बचाव कार्य जारी
हादसे में चार लोगों की मौत की जानकारी अस्पताल ने दी है जबकि कई की हालत गंभीर है।
राजधानी लखनऊ के हजरतगंज इलाके में स्थित होटल लिवाना में सोमवार सुबह भीषण आग लग जाने से हड़कंप मच गया। हादसे में चार लोगों की मौत की जानकारी अस्पताल ने दी है जबकि कई की हालत गंभीर है।
राहत व बचाव कार्य जारी है। मौके पर जिलाधिकारी व कई बड़े अधिकारियों सहित एसडीआरएफ की टीम मौजूद है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले का संज्ञान लेते हुए गंभीर घायलों को इलाज मुहैया कराने और राहत व बचाव कार्य तेज करने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री योगी खुद भी सिविल अस्पताल पहुंचे और घायलों का हालचाल लिया।
राहत व बचाव कार्य के दौरान जेसीबी का हुक भी टूट गया। मौके पर फायर ब्रिगेड की 15 गाड़ियां मौजूद हैं। छह एंबुलेंस लगाई गई हैं जो कि घायलों को अस्पताल ले जा रही हैं। बड़ी संख्या में फायर मैन होटल के बिल्डिंग में फंसे लोगों को निकालने का प्रयास कर रहे हैं। बचाव कार्य के दौरान जेसीबी का हुक टूट गया।
आग पर काबू पाने के लिए बुलडोजर से दीवार तोड़ी गई है। जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार ने बताया कि होटल में कुल 30 कमरे हैं, इनमें से 18 कमरों में लोग थे। 30 से 35 लोग कमरों में मौजूद थे।
हजरतगंज स्थित होटल लिवाना की तीसरी मंजिल पर आग लगी। घटना सुबह लगभग 8:30 बजे की है। हादसे की सूचना मिलते ही मौके पर लखनऊ के जिलाधिकारी संतोष गंगवार व एडीसीपी मध्य राजेश श्रीवास्तव मौके पर पहुंच गए।
होटल के अंदर से कई लोग बेहोशी की हालत में बाहर निकाले गए हैं. होटल के अंदर अभी भी कई लोगों के फंसे होने की सूचना मिल रही है।
पुलिस आयुक्त व अन्य अधिकारी मौके पर मौजूद हैं। उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि मामले की जांच होगी और किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मामले की जानकारी पर खुद अस्पताल पहुंचे और घायलों का हालचाल लिया। उन्होंने अफसरों को राहत व बचाव कार्य तेज करने व घायलों को समुचित इलाज उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।
आग बुझाने के लिए बुलडोजर की मदद से होटल की दीवार को तोड़ा गया। बताया जा रहा है कि होटल में आग से बचने के लिए सुरक्षा मानकों का पूरी तरह पालन नहीं किया गया था।
आग से झुलसे लोगों को सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया। मुख्यमंत्री योगी ने सभी का हालचाल लिया। कई की हालत नाजुक थी।
लखनऊ कमिश्नर एस बी शिरोड़कर ने बताया कि होटल प्रबंधन के रिकॉर्ड के अनुसार 38 से 40 लोग वहां पर रुके हुए थे जिसमें से पुलिस विभाग के अनुसार 10 लोगों को अस्पताल पहुंचाया गया है। जिसमें से चार लोगों की दुखद मौत हो गई जबकि सात लोग अभी अस्पताल में भर्ती हैं। एक व्यक्ति को डिस्चार्ज किया गया है। होटल के कमरों में धुआं ज्यादा होने के कारण अभी तक कितने लोग अंदर फंसे हैं। इसकी जानकारी नहीं हो पा रही है। पुलिस कमिश्नर व मंडला आयुक्त को जांच के निर्देश दिए गए हैं। जांच के उपरांत कार्रवाई की जाएगी।