लखनऊ: डिप्टी सीएम की मौजूदगी में MOU हुआ साइन, 100 एकड़ की भूमि पर बांदा में बनेगी पहली BSL4 लैब
लखनऊ में केंद्र व राज्य सरकार के अधिकारियों में बीच NCDC की शाखा स्थापित करने के लिए MOU हुआ साइन। एनेक्सी में डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने NCDC की शाखा स्थापित होने की गिनाई खूबियां।
लखनऊ में NCDC यानी नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल की शाखा स्थापित होने जा रही है। मंगलवार को डिप्टी सीएम की मौजूदगी में केंद्र और राज्य के अधिकारियों ने लैंड ट्रांसफर की लीज डीड और MOU पर हस्ताक्षर किए। एनेक्सी में हुए कार्यक्रम में डिप्टी सीएम ने कहां कि कहा कि NCDC की शाखा स्थापित किए जाने का मकसद प्रदेश में वेक्टर जनित और संचारी रोगों के अलावा गैर संचारी रोगों के प्रकोप की जांच और उसकी निगरानी प्रणाली को मजबूती देना है। इस सेंटर पर इन रोगों से जुड़ा मूल्यांकन और सर्वेक्षण का काम भी किया जाएगा है। इस दौरान बांदा में 100 एकड़ की भूमि पर BSL4 लैब बनाने की जानकारी भी डिप्टी सीएम ने दी।
यूपी में NCDC बनने से यह मिलेगा लाभ
डिप्टी सीएम ने बताया कि यह सेंटर प्रदेश में स्थापित होने से किसी भी प्रकार की आपदा के लिए तैयारी में भी बहुत फायदा मिलेगा। साथ ही आपदा के रोकथाम और नियंत्रण उपायों के लिए चिकित्सा अधिकारियों और पैरामेडिकल स्टॉफ के क्षमता निर्माण की दिशा में भी यह सहायक होगा। NCDC अन्य संस्थानों और गैर सरकारी संगठनों के सहयोग के साथ चिकित्सा अधिकारियों और पैरामेडिकल स्टॉफ के लिए शार्ट टर्म कोर्स और अन्य राज्यों के चिकित्सा अधिकारियों की क्षमता निर्माण के लिए 2 साल के EIS पाठ्यक्रम की शुरुआत करना भी इस शाखा की स्थापना के उद्देश्यों में है।
NCDC बांदा में बनाएगा देश की पहली BSL4 लैब
अपर मुख्य सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि NCDC द्वारा देश की एकमात्र बीएसएल 4 प्रयोगशाला की स्थापना भी बांदा में की जाएगी। इसके लिए शिमोमी धाम ट्रस्ट, बांदा द्वारा 100 एकड़ भूमि उपलब्ध कराई जा रही है।