RLD मुखिया जयंत चौधरी ने राज्यसभा के लिए किया नामांकन, अखिलेश यादव भी रहे मौजूद
जयंत चौधरी ने राज्यसभा के लिये नामांकन कर दिया है। वहीं नामांकन के दौरान सपा मुखिया अखिलेश यादव समेत तमाम नेता मौजूद रहे।
समाजवादी पार्टी ने राज्यसभा के लिये अपने तीसरे प्रत्याशी के रूप में आरएलडी प्रमुख जयंत चौधरी के नाम पर मुहर लगा दी थी। सोमवार को जयंत चौधरी ने राज्यसभा के लिये नामांकन कर दिया है। वहीं नामांकन के दौरान सपा मुखिया अखिलेश यादव समेत तमाम नेता मौजूद रहे। आज सुबह ही आरएलडी प्रमुख राजधानी लखनऊ पहुंचे थे। वह एयरपोर्ट से सीधे समाजवादी पार्टी कार्यालय पहुंचे थे। जयंत ने विधानसभा में पर्चा भरा।
यूपी की 11 राज्यसभा सीटों पर समाजवादी पार्टी 3 सीटें जीत सकती है। इसके लिये सपा ने पहले उम्मीदवार के रूप में कांग्रेस नेता रहे कपिल सिब्बल के नाम पर मुहर लगाई। हालांकि कपिल सिब्बल ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर पर्चा दाखिल किया है। सपा उन्हें अपना समर्थन देगी। वहीं सपा ने मुस्लिम चेहरे जावेद अली को भी राज्यसभा भेजने का निर्णय लिया है। अब तक दोनों ही नेता राज्यसभा के लिये पर्चा दाखिला कर चुके हैं। आज यानी 30 मई को जयंत चौधरी ने तीसरे प्रत्याशी के तौर पर राज्यसभा का पर्चा भर दिया है।
किसान, बेरोजगारी के मुद्दे उठाऊंगा- जयंत
इस मौके पर आरएलडी प्रमुख जयंत चौधरी ने कहा कि जो उत्तर प्रदेश की जनता की उम्मीदें है क्योंकि मैं राज्यसभा के सदस्य के तौर पर अपनी गिनती करना चाहता हूं। तो जो यहां के मुद्दे है चाहे वो किसानों के मुद्दे हो, या फिर चाहे बेरोजगारों या हमारे साझे मुद्दे हो, उन मुद्दों को पुरजोर तरीके से उठाने का प्रयास करेंगे। साथ ही उन्होंने सरकार के बजट पर हमला बोलते हुए कहा कि शिक्षा का बजट दूसरे राज्यो की अपेक्षा में बहुत कम दिया है। दिखावा बहुत बड़ा होगा मगर आंकड़ों और प्रचार के मकड़जाल में लोगों को बताया जाएगा कि बेहतरीन बजट है लेकिन वास्तविक तौर पर जो बुनियाद है प्रदेश की जड़ है यानि शिक्षा, किसान, ग्रामीण विकास इन तीनों ही विषयो पर हम पिछड़ रहे हैं।
बता दें, हाल ही में समाजवादी पार्टी ने राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी को राज्यसभा के लिये SP-RLD गठबंधन का संयुक्त प्रत्याशी बनाया था। उससे पहले तक समाजवादी पार्टी द्वारा जिन तीन नामों को राज्यसभा भेजने की तैयारी थी उसमें कपिल सिब्बल, जावेद अली के साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की धर्मपत्नी डिम्पल यादव का नाम भी जोरो से चल रहा था। लेकिन डिम्पल को राज्यसभा ना भेजकर सपा मुखिया अखिलेश ने जयंत को राज्यसभा भेजने का निर्णय लिया है। जानकारी के मुताबिक, सपा मुखिया अखिलेश यादव ने विधानसभा चुनाव में जयन्त चौधरी को राज्यसभा भेजने की बात कही थी। जिसको लेकर सपा मुखिया ने आखिरी वक्त में सभी चर्चाओं को दरकिनार कर जयंत के नाम पर मुहर लगाई है।
यूपी की 403 सदस्यीय विधानसभा में बीजेपी के 255 और उसके सहयोगी दलों को मिलाकर कुल 273 विधायक हैं। वहीं दूसरी ओर सपा और उसके सहयोगी दलों के सदस्यों की कुल संख्या 125 है और वह तीन उम्मीदवारों को जिता सकती है। बता दें कि यूपी में राज्यसभा की 11 सीटों पर चुनाव होना है। माना जा रहा है कि बीजेपी गठबंधन की सात सीटों और सपा गठबंधन की 3 सीटों पर जीत तय है। लेकिन राज्य में दोनों के बीच 11वीं सीट के लिए जबरदस्त घमासान होगा।