ज्ञानवापी, मथुरा और ताजमहल पर मायावती ने अब तोड़ी चुप्पी, कहा- ये सब है षड्यंत्र, जनता रहे सतर्क
मायावती ने ज्ञानवापी मस्जिद विवाद मामले में अपनी चुप्पी तोड़ दी है। मायावती ने बीजेपी पर महंगाई-बेरोजगारी से ध्यान हटाने की कोशिश करने का आरोप लगाया है।
बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने ज्ञानवापी मस्जिद विवाद मामले में अपनी चुप्पी तोड़ दी है। मायावती ने बीजेपी पर महंगाई-बेरोजगारी से ध्यान हटाने की कोशिश का आरोप लगाते हुए कहा कि इसी वजह से धार्मिक स्थलों को निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने कभी भी हालात बिगड़ने की चिंता भी जाहिर की।
उत्तर प्रदेश की पूर्व सीएम मायावती ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बताया है कि बीजेपी, जनता के जरूरी मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए इस तरह के षड्यंत्र कर रही है। इससे कभी भी यूपी में हालात बिगड़ सकते हैं। मायावती ने प्रदेश की जनता और सभी धर्म के लोगों से सतर्क रहने की अपील करते हुए कहा कि ऐसी साजिशों से देश मजबूत नहीं, बल्कि कमजोर होगा।
मायावती ने कहा कि आसमान छू रही महंगाई, बेरोजगारी, गरीबी से त्रस्त जनता का ध्यान भटकाने के लिए बीजेपी और सहयोगी संगठन चुन-चुनकर धार्मिक स्थलों को निशाना बना रहे हैं। उन्होंने कहा, 'आजादी के इतने सालों के बाद भी मथुरा, ताजमहल, ज्ञानवापी की आड़ में धार्मिक भावनाओं को भड़काया जा रहा है। धर्म विशेष से जुड़े स्थानों के नाम भी बदले जा रहे हैं। इससे शांति, भाईचारे की जगह पर नफरत की भावना पैदा होगी।'
गौरतलब है कि ज्ञानवापी मस्जिद के मामले में मुख्य विपक्षी दलों की तरफ से प्रतिक्रिया नहीं आई। कांग्रेस, समाजवादी पार्टी के साथ ही दलित राजनीति का झंडा लेकर चलने वाली बीएसपी भी दलित-मुस्लिम गठजोड़ के बल पर 2007 में सत्ता में आई और मायावती यूपी की सीएम बनीं। लेकिन अहम मामले में खामोशी से सवालिया निशान लगते रहे।