विधानसभा में केशव मौर्य के साथ 'तुम-तड़ाक' पर उतरे अखिलेश यादव, सीएम योगी को संभालना पड़ा मोर्चा
सदन में डिप्टी सीएम केशव मौर्य के एक बयान पर अखिलेश यादव इतने नाराज़ हुए कि उन्होंने केशव मौर्य को 'तुम' कहकर संबोधित किया. इस दौरान सदन का माहौल इतना गरम हो गया कि सीएम योगी को खड़े होकर माहौल को संभालना पड़ा.
यूपी विधानसभा में आज सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के बीच जोरदार भिड़ंत हो गई। नौबत ये आ गई कि अखिलेश मर्यादा भूल गए और गुस्से में मौर्य को 'तुम' कहकर संबोधित किया। दोनों के बीच पहले हल्की फुल्की नोकझोंक चल रही थी। दोनो मुस्कुरा भी रहे थे, पर जैसे ही मौर्य ने सैफई का जिक्र किया अखिलेश तमतमा गए और लगभग डांटने के अंदाज में कहने लगे कि क्या तुम अपने पिता जी की संपत्ति बेचकर सड़क बनवाते हो। अखिलेश के ये कहते ही सदन में जोरदार हंगामा खड़ा हो गया। इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सहमति-असहमति हो सकती है, पर किसी सदस्य के लिए असंसदीय भाषा का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए।
दरअसल डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने सदन में अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनवाने के दौरान सैफई का नाम लेते हुए कहा कि सैफ़ई के लिए पैसे क्या आपके पिता ने दिए? इस पर अखिलेश यादव नाराज़ हो गए और खड़े होकर कहा कि तुम क्या अपने पिता जी के पास से पैसे लाते हो?
सदन में बुधवार को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान अखिलेश यादव ने करीब एक घंटे से अधिक समय तक योगी सरकार पर ताबड़तोड़ हमले किए. इसके बाद राज्य सरकार की ओर से उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य जवाब देने के लिए खड़े हुए. इस दौरान अखिलेश बीच-बीच में उनको खूब टोकते रहे.
अखिलेश यादव ने कहा, ‘ये पीडब्ल्यूडी मंत्री रहे हैं. ये भूल गए कि उनके जिला मुख्यालय की सड़क किसने बनाई? बताएं फोर लेन किसने बनाई.’ इस पर मौर्य ने जवाब दिया, ‘अध्यक्ष जी कृप्या इन्हें बता दीजिए कि पांच साल सत्ता में नहीं रहे, अब पांच साल के लिए फिर विदा हो गए हैं. 2027 में चुनाव आएगा तो फिर कमल खिलेगा. सड़क किसने बनाई है, एक्सप्रेस वे किसने बनाई है, मेट्रो किसने बनाई है, ऐसा लगता है कि आपने सैफई की जमीन बेचकर आपने यह सब बना दिया है.’
इतना सुनते ही अखिलेश यादव बिफर पड़े और कहा, ‘तुम पिता जी से पैसा लाते हो यह बनाने के लिए. राशन बांटा है तो क्या पिताजी से पैसा लाए हो.’ सपा प्रमुख के इतना कहते ही दोनों दलों के विधायक खड़े हो गए और हंगामा करने लगा. इस पर माहौल को ख़राब होता देख सीएम योगी आदित्यनाथ सदन में खुद खड़े होकर माहौल को संभाला.