Mainpuri News: दुष्कर्म के बाद जलाई किशोरी की मौत, इकलौती बेटी के दम तोड़ने से सदमे में मां-बाप
शर्मनाक वारदात के बाद पुलिस ने दो आरोपितों को जेल भेजा है लेकिन एक आरोपित अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर है। किशोरी के गर्भ ठहरने की जानकारी पर आरोपित की मां उसे अपने घर ले गई थी। यहां उसे आग लगा दी थी।
मैनपुरी जिले में किशोरी के साथ पहले हैवानियत हुई फिर उसे जिंदा जलाया गया। किशोरी ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। पीड़ता का परिवार इकलौती बेटी की मौत से सदमे में है।
गर्भ ठहरने के बाद घर ले जाकर किशाेरी को जलाया
वारदात मैनपुरी के एक गांव की है। यहां किशोरी के साथ एक युवक ने पहले दुष्कर्म किया। जब गर्भ ठहर गया तो युवक की मां उसे अपने घर ले गई। इसके बाद युवक ने मां और बहन के साथ किशोरी को आग लगा दी थी। गंभीर हालत में पीड़िता को सैफई में भर्ती कराया गया था, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।
दुष्कर्म के बाद दी थी जान से मारने की धमकी
पीड़िता की मां ने विगत आठ अक्टूबर को कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराते हुए बताया कि उसकी 15 वर्षीय पुत्री के साथ लगभग तीन माह पूर्व गांव के ही युवक अभिषेक पुत्र साहब सिंह ने दुष्कर्म किया था और जान से मारने की धमकी दी थी। बीते गुरुवार को किशोरी के पेट में दर्द हुआ तो मां ने डाक्टर से उसकी जांच कराई, इस दौरान वह गर्भवती निकली। किशोरी की मां ने आरोपित युवक की मां मीरा देवी से कहा तो वह किशोरी को अपने घर ले गई।
अस्पताल में इलाज के दौरान किशाेरी की मौत
छह अक्टूबर की रात्रि के लगभग तीन बजे मीरा देवी ने अपने पुत्र अभिषेक और पुत्री नीतू के साथ मिलकर गर्भवती किशोरी को आग लगा दी थी, जिससे किशोरी गंभीर घायल हो गई थी । घायल किशोरी को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से सैफई रेफर कर दिया गया, जहां उसका उपचार चल रहा था। सैफई में शनिवार-रविवार की रात पीड़िता की मौत हो गई। थाना पुलिस ने मृतका किशोरी के शव का पंचायत नामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
किशोरी से दुष्कर्म के मामले में दो आरोपी जा चुके हैं जेल
थाना प्रभारी विनोद कुमार ने बताया कि किशोरी के मामले में दो आरोपित अभिषेक और उसकी मां मीरा को थाना पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर कार्रवाई कर चुकी है, तीसरे आरोपित की तलाश जारी है।
इकलौती पुत्री थी पीड़िता
मृतका अपने माता- पिता की तीन संतानों मे सबसे बड़ी इकलौती बेटी थी, जो कस्बा के एक इंटर कालेज में कक्षा 11 में पढ़ती थी, जबकि उसके दो छोटे भाई कक्षा आठ और कक्षा एक में पढ़ते हैं। बेहद गरीबी में गुजर बसर कर रहे पिता टेंपो चलाकर किसी तरह परिवार का भरण- पोषण करता है।