जिस अब्बास अंसारी को 3 महीने में नहीं ढूंढ सकी यूपी पुलिस, उसने ट्वीट कर SC को थैंक्यू बोल दिया
मुख्तार का बेटा अब्बास पिछले करीब तीन महीने से फरार चल रहा है। अब्बास की तलाश में लगातार छापेमारी की जा रही है लेकिन पुलिस के हाथ अभी तक खाली ही हैं। इसी बीच अब्बास ने अपने ऑफिशल हैंडल से ट्वीट कर कहा कि जुल्म के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी।
सुप्रीम कोर्ट की तरफ से गिरफ्तारी पर मिली राहत के बाद बाहुबली मुख्तार अंसारी के बेटे और मऊ सीट से सुभासपा विधायक अब्बास अंसारी ने ट्वीट किया है। काफी समय से फरार चल रहे अब्बास की तलाश में लगातार छापेमारी की जा रही है लेकिन पुलिस के हाथ अभी तक खाली ही हैं। इसी बीच अब्बास ने अपने ऑफिशल हैंडल से ट्वीट कर कहा कि जुल्म के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी।
अब्बास अंसारी ने अपनी फोटो के साथ ट्वीट कर कहा, 'बदले की भावना से दर्ज मनगढ़ंत मुकदमे में माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने हमारी गिरफ्तारी पर रोक लगा कर संविधान के प्रति हमारे विश्वास को मजबूत किया है। शुक्रिया माननीय कोर्ट, शुक्रिया आप सबकी अनमोल दुआओं और प्रार्थनाओं का। ज़ुल्म, अन्याय के खिलाफ हमारी लड़ाई जारी थी, जारी है, जारी रहेगी।'
अब्बास ने इससे पहले आखिरी ट्वीट 16 जुलाई को किया था। सु्प्रीम कोर्ट में अब्बास अंसारी के पक्ष में सीनियर वकील कपिल सिब्बल ने सुभासपा विधायक का पक्ष रखा। कपिल सिब्बल ने कहा कि अब्बास अंसारी राष्ट्रीय रायफल संघ के सदस्य भी हैं। उनके पास असलहों के लाइसेंस है। आर्म्स ऐक्ट के मामले में उनके खिलाफ लगाए गए आरोपों में दम नहीं होने की बात कही गई। कोर्ट ने अब इस मामले में यूपी सरकार से जवाब मांगा है।
विशेष अदालत ने 14 जुलाई को अब्बास अंसारी के खिलाफ गैर जमानती वॉरंट भी जारी किया था। 11 अगस्त को उन्हें भगोड़ा घोषित किया गया। इसके बाद से उनके बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई है। पिछले दिनों अब्बास अंसारी यूपी पुलिस के निशाने पर आ गए हैं। आर्म्स ऐक्ट के मामले में वारंट जारी होने के बाद गिरफ्तारी के लिए लगातार कार्रवाई चल रही है।
यूपी पुलिस ने लखनऊ, वाराणसी, मऊ, प्रयागराज, गाजीपुर, जौनपुर, मिर्जापुर समेत प्रदेश के कई इलाकों में विधायक की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की गई। पंजाब और दिल्ली के संभावित ठिकानों पर भी छापे मारे गए। पिछले दिनों लखनऊ की एमपी-एमएलए कोर्ट ने अब्बास की संपत्ति कुर्क करने का आदेश दिया था।
आर्म्स ऐक्ट में वारंट जारी होने के बाद से विधायक फरार चल रहे हैं। यूपी सरकार को सुप्रीम कोर्ट में चार सप्ताह में जवाब दाखिल करना है। अगली सुनवाई तक विधायक को गिरफ्तारी से राहत दे दी गई है। सरकार के जवाब के बाद विधायक के खिलाफ गिरफ्तारी मामले में कोर्ट में अगला आदेश जारी किया जाएगा। अब्बास अंसारी के खिलाफ आर्म्स ऐक्ट के मामले में गिरफ्तारी की तलवार लटकी हुई थी।