मेरठ: एसीएम पर एफसीआइ कर्मचारी ने पत्नी के साथ दुष्कर्म का लगाया आरोप, एसपी सिटी को सौंपी जांच
मेरठ में एसीएम पर एफसीआइ कर्मचारी ने पत्नी के साथ दुष्कर्म का आरोप लगाया। शिकायत पत्र के साथ पत्नी और एसीएम से बातचीत की काल डिटेल एसएसपी को सौंपी। एसएसपी ने पीड़ित की शिकायत पर एसपी सिटी को जांच कर रिपोर्ट पेश करने के आदेश दिए। दिल्ली की युवती से की थी एफसीआइ कर्मचारी ने लव मैरिज।
मेरठ में एसएसपी से शिकायत कर एफसीआइ कर्मचारी ने एसीएम पर सनसनीखेज आरोप लगाए। आरोप है कि एसीएम ने उनकी पत्नी को प्रेमजाल में फंसाकर शारीरिक संबंध बना लिए है। काफी-काफी देर तक रात और दिन में फोन पर बातचीत करते है। शिकायत पत्र के साथ दोनों की बातचीत की काल डिटेल भी पेश की है।इतना ही नहीं विरोध करने पर पति को एसीएम पुलिस द्वार जेल भेजने की धमकी भी दी जा रही है।
युवती से किया था प्रेम विवाह
सिविल लाइंस थाना क्षेत्र में एफसीआइ कर्मचारी परिवार संग रहते हैं, उनका दिल्ली के करावल नगर की रहने वाली युवती से 22 दिसंबर 2006 को प्रेम विवाह हुआ था। शादी के बाद दो बच्चे भी हो चुके है, एक बेटा 13 साल तो दूसरा आठ साल का है। कर्मचारी का आरोप है कि हाल में उनकी पत्नी अपनी सास के साथ अभद्रता करती थी। इसी को लेकर दंपती में विवाद हो गया था। कर्मचारी की तरफ से डीएम दीपक मीणा को पत्नी की शिकायत दी गई, जिस पर डीएम ने एसीएम को मामले की जांच के आदेश दे दिए। एसीएम की कोर्ट में दंपती की सुनवाई चल रही है।
महिला से बातचीत करने लगे एसीएम
आरोप है कि एसीएम अक्सर महिला से बातचीत करने लगे। 22 जून को कर्मचारी ने पत्नी को एसीएम से फोन पर बातचीत करते हुए पकड़ लिया। उसके बाद पत्नी और एसीएम के खिलाफ साक्ष्य एकत्र किए। पत्नी की काल डिटेल निकाली गई, जिसमें सामने आया कि दोनों में रोजाना काफी लंबी लंबी बात हो रही है। कर्मचारी का आरोप है कि एसीएम उसकी पत्नी को प्रेमजाल में फंसाकर शारीरिक संबंध बना चुके है। ऐसे में एसीएम के सामने पेश होकर रोकने का प्रयास किया। आरोप है कि उन्होंने पुलिस से जेल भिजवाने की धमकी दी है। उसके बाद कर्मचारी की तरफ से एसएसपी आफिस पर मामले की शिकायत की गई। एसएसपी रोहित सजवाण ने मामले की जांच एसपी सिटी को दी है।
अपर नगर मजिस्ट्रेट का बयान आया सामने
डीएम के आदेश पर मामले की जांच हमारी कोर्ट में चल रही है, अपने मामले में कार्रवाई के लिए महिला काल करती थी, जिसे जवाब दे दिया जाता था। दंपती का आपसी विवाद है, जिसमें हमे बेवजह घसीटा जा रहा है। हमारी तरफ से सीओ सिविल लाइंस को कहकर महिला की मदद की गई है, उसकी की रंजिश में हमारा नाम उससे जोड़ा जा रहा है। हम पीडब्ल्यूडी के गेस्ट हाउस में अकेले रहते है, हमारे यहां कोई महिला का आना जाना नहीं है। अपर नगर मजिस्ट्रेट।