मेरठ: 12 साल की बेटी को जिंदा नहर में फेंका, खुद थाने में दर्ज कराई अपहरण की रिपोर्ट, पिता बोला- बोझ थी बेटी
उसने बताया कि बेटी उस पर बोझ थी। पुलिस ने देर रात तक गंग नहर में लड़की की तलाश की, लेकिन अब तक कोई सुराग नहीं लगा। पुलिस ने रविवार सुबह फिर तलाश शुरू की है।
मेरठ में एक पिता ने 12 साल की बेटी को जिंदा नहर में फेंक दिया। पिता तीन दिन से बेटी के अपहरण का शोर मचा रहा था। पुलिस ने मामले में मां-बाप को हिरासत में लिया है। आरोपी पिता ने पुलिस को पूछताछ में बताया है कि उसकी बेटी किसी लड़के से बात करती थी। इस कारण उसे भोला की झाल इलाके में गंग नहर में फेंक दिया है। उसने बताया कि बेटी उस पर बोझ थी। पुलिस ने देर रात तक गंग नहर में लड़की की तलाश की, लेकिन अब तक कोई सुराग नहीं लगा। पुलिस ने रविवार सुबह फिर तलाश शुरू की है।
पुलिस के मुताबिक, बबलू, पत्नी रुबी, तीन बच्चों वंश (14 साल) , चंचल (12) और आरव (5 साल) के साथ मेरठ में गंगानगर इलाके में रहते थे। वह मूलरूप से बागपत के सिंघावली के रहने वाले हैं। बबलू फाइनेंस कंपनी में कलेक्शन एजेंट का काम करता है। इससे पहले बस कंडक्टरी करता था। बबलू की 12 साल की बेटी चंचल 1 सितंबर की रात 8 बजे से गायब थी।
पिता ने खुद थाने में दर्ज कराई गुमशुदगी की रिपोर्ट
बबलू ने पुलिस को बेटी चंचल के अपहरण की आशंका जताते हुए मुकदमा दर्ज कराया था। बबलू ने पहले दिन से ही पुलिस को गुमराह करना शुरू कर दिया था। दो दिन तक जब चंचल का पता नहीं चला तो पुलिस ने बबलू को पूछताछ के लिए बुलाया। बबलू पहले तो पुलिस को गुमराह करता रहा, लेकिन बाद में जब सख्ती की गई तो टूट गया। उसने सारा सच उगल दिया।
पुलिस पूछताछ में उसने बताया कि गुरुवार रात 10 बजे वो, पत्नी और बेटी को भोला की झाल इलाके में लेकर गया था। वहां बेटी को नहर में फेंक दिया। एसपी देहात केशव कुमार ने बताया कि पिता की इस बात पर भरोसा नहीं हो रहा है कि उसने जिंदा बेटी को नहर में फेंक दिया है। हो सकता है कि बेटी की हत्या करने के बाद उसे फेंका हो। पुलिस की टीम शव को ढूंढने के लिए लगा दी गई है।
CCTV कैमरे में नजर आया आरोपी पिता
एसपी देहात ने बताया कि पिता के बेटी को फेंकने की बात पर पुलिस टीम को भोला की झाल भेजा गया। वहां लगे एक CCTV कैमरे में चंचल अपने पिता बबलू और मां रुबी के साथ जाती हुई दिख रही है। इससे यह पुख्ता हो गया कि चंचल की हत्या कर दी गई है।
वहीं घर के पास भी एक कैमरे में तीनों लोग कैद हुए हैं। हालांकि, जब तक लाश नहीं मिल जाती है। तब तक कुछ नहीं कहा जा सकता है। लेकिन पिता हत्या की बात स्वीकार कर रहा है। इसी आधार पर मां-बाप को हिरासत में लिया गया है। घर पर पुलिसकर्मी तैनात कर दिए गए हैं।
ऐसे पुलिस के शिकंजे में फंसा आरोपी पिता
आरोपी पिता बबलू ने पुलिस पूछताछ में बताया था कि बेटी चंचल को CFC रेस्टोरेंट में बर्गर खिलाने ले गया था। वहां जब पुलिसकर्मी पहुंचे और पूछताछ की तो उसने बताया कि उसकी दुकान पर बच्ची नहीं आई थी। CCTV कैमरे भी चेक करवाए, जिसमें चंचल नहीं दिखी।
दवा के बहाने ले गया बेटी को
पुलिस ने जांच के आधार पर बताया कि पिता ने घर में ही बेटी के कत्ल की योजना बना ली थी। बबलू ने अपनी बेटी से कहा था कि मम्मी को दवा दिलाने चलना है। बेटी ने पूछा कि कहां जाना है तो पिता ने भोला की झाल जाने की बात की थी। वहीं पर ले जाकर चचंल को नहर में फेंक दिया गया।
आरोपी बोला- परिवार की बदनामी का था डर
पिता बबलू ने पुलिस को बताया कि उसकी पत्नी रोज एक ही बात कहती थी कि चंचल लड़कों से बात करती है। इससे ऐसा लग रहा था कि कहीं आगे चलकर परिवार को बदनामी का सामना न करना पड़े, इसलिए मारना जरूरी हो गया था।
एसपी बोले- बच्ची का पिता और मां दोनों दोषी
एसपी देहात केशव कुमार ने बताया कि 12 साल की बच्ची को गंग नहर में फेंकने की बात बच्ची की मां और पिता ने कबूल कर लिया है। CCTV फुटेज देखने पर पता चला है कि दोनों बच्ची को बाइक से लेकर गए थे। जहां रात में बच्ची को नहर में फेंक दिया।
बच्ची की तलाश के लिए गंग नहर में पीएसी के गोताखोर लगाकर सर्च अभियान शुरू करा दिया गया है। दर्ज मुकदमा 363 और 366 धारा में दर्ज था, उसी में हत्या की धारा बढ़ा दी जाएगी। यदि बच्ची का शव नहीं मिलता है तो पुलिस 364 में बच्ची की मां और पिता को कोर्ट में पेश करेगी। पूरी घटना में बच्ची का पिता और मां दोनों दोषी हैं।
अब पढ़िए वह झूठी कहानी, जो पिता ने पुलिस को सुनाई...
आरोपी पिता बबलू दो दिन से पुलिस को झूठी कहानी बताकर गुमराह कर रहा था। उसने पुलिस को बताया पत्नी रूबी के सीने में दर्द था। वह 1 सितंबर को पत्नी को गंगानगर में ही डॉक्टर मेजर के यहां लेकर जा रहा था। तभी चंचल ने बर्गर खाने की जिद की। वह अपनी पत्नी, बेटी को बाइक पर बैठाकर ले गया। घर से एक किमी की दूरी पर CFC रेस्टोरेंट पर छोड़कर चला गया।
पिता ने बताया कि बेटी ने कहा था कि वह बर्गर लेकर घर चली जाएगी। उसके बाद वह और पत्नी डॉक्टर के यहां से घर पहुंचे तो चंचल नहीं मिली। इसके बाद काफी खोजबीन की, लेकिन कुछ पता नहीं चला। परिजनों ने 112 को सूचना दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने भी काफी खोजबीन की। पिता ने गंगा नगर थाने में अपहरण का मुकदमा दर्ज करवा दिया।
गंगानगर थाने के दरोगा अमित मिश्रा टीम के साथ उस रेस्टोरेंट पर पहुंचे, जहां पर परिजन छोड़ कर गए थे। पुलिस ने उस रोड पर लगे हुए सभी CCTV कैमरों को खंगाला, लेकिन किसी भी कैमरे में बच्ची नहीं दिखी। परिजनों ने किसी से भी रंजिश से इनकार किया था। शुक्रवार को परिजनों ने भी उसे पुलिस के साथ काफी खोजबीन की, लेकिन शाम तक भी बच्ची का कुछ पता नहीं चला।