यूपी: असम से दिल्ली जा रही 76 लाख रुपये की विदेशी सिगरेट से भरा ट्रक पकड़ा, 2 गिरफ्तार
हापुड़ जिले की सीमा से असम से दिल्ली जा रही 76 लाख रुपये की विदेशी सिगरेट से भरा ट्रक पकड़ा गया है। नोएडा एसटीएफ और पिलखुवा पुलिस ने देर रात दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है। ट्रक में इंडोनेशिया और कोरिया देश में बनने वाली सिगरेट मिली।
असम से तस्करी कर दिल्ली जा रही करीब 76 लाख रुपये की विदेशी सिगरेट से भरे ट्रक को मंगलवार रात नोएडा एसटीएफ और पिलखुवा पुलिस ने छिजारसी टोल प्लाजा के पास से पकड़ा है। ट्रक से पेटियों में रखी कोरिया और इंडोनेशिया देश में बनने वाली 30200 सिगरेट की डिब्बी बरामद हुई हैं।
मौके से दो आरोपित गिरफ्तार
मौके से दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है। जबकि एक आरोपित फरार हो गया। फरार समेत इस धंधे से जुड़े अन्य आरोपितों की पुलिस तलाश कर रही है। एसपी दीपक भूकर ने बताया कि मंगलवार रात नोएडा एसटीएफ की टीम से इनपुट मिला कि असम से दिल्ली जा रहा विदेशी सिगरेट से भरा ट्रक हापुड़ जिले की सीमा में पहुंच चुका है।
सूचना के बाद थाना पिलखुवा प्रभारी निरीक्षक मुनीष चौहान और नोएडा एसटीएफ में उपनिरीक्षक अक्षय की अगुवाई में संयुक्त पुलिस टीम के साथ छिजारसी टोल प्लाजा के पास चेकिंग शुरू कर दी। इस दौरान पुलिस को एक संदिग्ध ट्रक आता दिखाई दिया। रुकने का इशारा करने पर आरोपितों ने ट्रक मौके पर छोड़कर फरार होने का प्रयास किया। मगर टीम ने घेराबंदी करते हुए दो आरोपितों को दबोच लिया। जबकि एक आरोपित फरार होने में कामयाब हो गया।
टायरों ने नीचे छिपाकर ले जा रहे थे सिगरेट
पुलिस ने ट्रक की तलाशी ली। इस दौरान टायरों के नीचे छिपाकर रखी गई पेटियों में कोरिया और इंडोनेशिया में देश में बनने वाली 30200 सिगरेट की डिब्बी मिली। जिनकी अनुमानित कीमत करीब 76 लाख रुपये आंकी गई है। गिरफ्तार आरोपित जिला संभल का रहने वाला रवि और जिला बुलंदशहर के सिकंदराबाद का रहने वाला मुजम्मिल है। जबकि फरार आरोपित मुजम्मिल का भाई सोनू है।
सिगरेट की तस्करी के मामले में सोनू को दिल्ली पुलिस पहले भी जेल भेज चुकी है। पूछताछ में पता चला कि आरोपित असम से गुहाटी, गौरखपुर, लखनऊ, सीतापुर, शहांजहांपुर, मुरादाबाद के रास्ते हापुड़ पहुंचे थे।
सर्दियों में बढ़ जाती है सिगरेट की मांग
पूछताछ के दौरान आरोपितों ने बताया कि सर्दियों में विदेशी सिगरेट की मांग बढ़ जाती है। विदेशी सिगरेट महंगी होने के नाते ज्यादातर तस्करी के रास्ते ही मंगाई जाती है। टैक्स चोरी कर तस्कर फर्जी ई वे बिल के जरिए सप्लाई कर देते हैं।
कई बार पकड़ में आ जाती है तो कई बार माल पार भी हो जाता है। सिगरेट की सप्लाई दिल्ली के एक व्यापारी को दी जानी थी। जिस फर्म के नाम पर माल भेजा जा रहा था उसकी पड़ताल की जा रही है। व्यापारी के बारे में भी जानकारी की जा रही है।