देहात के बाद अब कानपुर में पुलिस कस्टडी में युवक की हालत बिगड़ी, हैलट अस्पताल में भर्ती... सिपाही पर पिटाई का आरोप
कानपुर में चोरी के आरोप में उठाए गए युवक की पुलिस ने जमकर पिटाई कर दी। युवक की हालत बिगड़ी तो उसे फौरन अस्पताल में भर्ती कराया गया। युवक ने चौकी में तैनात पुलिस कर्मियों पर पिटाई का आरोप लगाया है।
उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात में 15 दिन पहले पुलिस की पिटाई से व्यापारी बलवंत सिंह की मौत हो गई थी। पुलिस कस्टडी में बलवंत की मौत कि यादें अभी भी लोगों के मन में ताजा हैं। इस घटना के बाद कानपुर पुलिस का अमानवीय चेहरा सामने आया है। चोरी के आरोप में लाए गए युवक से पूछताछ के दौरान पुलिसकर्मियों ने उसकी बेरहमी से पिटाई कर दी। पिटाई से युवक की हालत बिगड़ गई। पुलिसकर्मियों के हाथ-पैर फूल गए। पुलिस युवक को लेकर कांशीराम ट्रामा सेंटर पहुंची। जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक इलाज के बाद हैलट रेफर कर दिया। युवक ने चौकी में तैनात सिपाही पर पिटाई का आरोप लगाया है।
चकेरी थाना क्षेत्र स्थित सनीगंवा में रहने वाले सुरेश चंद्र के निर्माणाधीन मकान में काम चल रहा था। सुरेश चंद्र ने बीते मंगलवार रात डायल 112 पर सूचना दी थी कि उनके निर्माणाधीन मकान में चोर घुसे हैं। मकान के अंदर से खटपट कि आवाज आ रही है। सनीगंवा चौकी प्रभारी फोर्स के साथ पहुंचे तो चोर मौके से भाग गए। इस दौरान किसी चोर का मोबाइल वही गिर गया था। पुलिस मोबाइल के जरिए सनीगंवा निवासी अर्जुन तक पहुंच गई।
मैं चोर होता तो चौकी क्यों जाता
गुरुवार सुबह पुलिस ने अर्जुन के घर पर दबिश दी थी, लेकिन अर्जुन घर पर नहीं मिला। पुलिस ने युवक की मां से अर्जुन को चौकी भेजने के लिए कहा था। गुरुवार शाम अर्जुन अपने भाई, बहन और मां के साथ चौकी पहुंचा था। अर्जुन का आरोप है कि चौकी में तैनात सिपाही ने मुझे बेरहमी से पीटा है। मैंने चोरी नहीं की है, यदि मैं चोर होता तो चौकी क्यों आता। मेरे घर खुद मोबाइल और गैस सिलेंडर चोरी हो गया है।
चोरी के आरोप पर भड़का
एसीपी चकेरी अमरनाथ के मुताबिक, चोरी के मामले में अर्जुन नाम के युवक को चौकी बुलाया गया था। युवक अपने परिजनों के साथ चौकी आया था। इस दौरान वो नशे की हालत में था। पूछताछ के दौरान उसे बताया गया कि उस निर्माणाधीन मकान से मोबाइल मिला है। इस पर अर्जुन भड़क गया और कहा कि मैं चोर नहीं हूं। मेरी तबीयत ख़राब रहती है, इसलिए मैं कही आता जाता नहीं हूं। आप लोगों ने बुलाया है, इसलिए आ गया हूं। चौकी इंचार्ज अर्जुन की मां से कहा कि इसको घर ले जाइए, जब इसकी तबीयत ठीक हो जाए तो चौकी भेज देना।
शरीर पर नहीं हैं चोट के निशान
एसीपी के मुताबिक, अर्जुन 108 एंबुलेंस से कांशीराम पहुंचता है। डॉक्टरों ने बताया कि युवक बहुत ज्यादा शराब के नशे में था और उसके शरीर में कहीं कोई निशान नहीं है। अर्जुन ने अपना जुर्म छिपाने के लिए बहाना बनाया है। सुरेंद्र चंद्र ने चोरी की तहरीर दी है, जिस पर केस दर्ज किया जा रहा है।