कथावाचक अनिरुद्धाचार्य के खिलाफ एक और तहरीर, मां सीता और द्रौपदी पर की थी आपत्तिजनक टिप्पणी
कथावाचक अनिरुद्धाचार्य के खिलाफ अर्पिता फाउंडेशन ने थाने में तहरीर दी है। अनिरुद्धाचार्य के द्वारा माता सीता और द्रौपदी पर दिए गए बयान की निंदा की।
वृंदावन के भागवत कथावाचक अनिरुद्धाचार्य अब माता सीता और द्रौपदी पर दिए बयान पर घिरते नजर आ रहे हैं। हालांकि वे अपने वक्तव्य पर सफाई दे रहे हैं, लेकिन वृंदावन से लेकर मथुरा में इसका विरोध बढ़ता जा रहा है। शनिवार को हिंदू संगठनों ने अनिरुद्धाचार्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने संबंधी तहरीर देने के बाद रविवार को अर्पिता फाउंडेशन के कार्यकर्ताओं ने भी पुलिस को तहरीर दी है।
अर्पिता फाउंडेशन के संस्थापक प्रदीप बनर्जी ने वृंदावन कोतवाली के क्राइम इंचार्ज को दिए प्रार्थना पत्र में भागवत प्रवक्ता अनिरुद्धाचार्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की है। प्रदीप बनर्जी ने कहा कि माता सीता और द्रौपदी पर दिए गए वक्तव्य से नारी समाज का अपमान हुआ है। एक भागवत प्रवक्ता को अपनी भाषा पर संयम बरतना चाहिए न कि किसी पर कोई टिप्पणी करनी चाहिए।
कई बार धर्म और संस्कृति के खिलाफ बोले अनिरुद्धाचार्य
उन्होंने कहा कि अनिरुद्धाचार्य ने एक बार नहीं बल्कि कई बार धर्म और संस्कृति के खिलाफ बोला है। यह उनके बड़बोले पन और उनके ज्ञान को दर्शाता है। उन्होंने पुलिस से अनिरुद्धाचार्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की है। वहीं उन्होंने महामंडलेश्वर इंद्रदेवेश्वरानंद द्वारा पैरों पर स्वास्तिक का निशान बनाए जाने का भी विरोध किया है। उन्होंने कहा कि एक धर्माचार्य के लिए इस प्रकार का कार्य करना शोभा नहीं देता है।
नारायणी सेना ने भी दी थी तहरीर
नारायणी सेना न्यास के राष्ट्रीय अध्यक्ष महिला प्रकोष्ठ शीतल आचार्य ने कथावाचक द्वारा नारी शक्ति के प्रति की गई अभद्र टिप्पणी पर रोष जताते हुए इसे नारी शक्ति का अपमान बताया है। उन्होंने तहरीर देकर मांग की है कि अनिरुद्धाचार्य के खिलाफ केस दर्ज कर कथा करने से रोका जाए। वरना, नारी समाज के इस अपमान का बदला सड़कों पर उतर कर लिया जाएगा। आचार्य मनमोहन रामानुज ने भी कड़ी प्रतिक्रिया जताते हुए कथावाचक के खिलाफ केस दर्ज कर कथाओं पर विराम लगाने की मांग की। इस मौके पर नारायणी सेना न्यास के जिला अध्यक्षा सुनैना गुप्ता भी मौजूद थीं।