Mukhtar Ansari से ED ने दागे कई सवाल, पूछा- दबंगई के बल पर कितने सरकारी ठेके लिए, जवाब में- इधर-उधर देखता रहा
माफिया मुख्तार अंसारी से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लांड्रिंग केस में कई सवाल दागे। ED ने Mukhtar Ansar से पूछा कि उसने दबंगई के बल पर कितने सरकारी ठेके लिए। सवालों का जवाब देने की जगह मुख्तार अधिकारियों की ओर देखता रहा।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लांड्रिंग केस में कस्टडी पर लिए गए माफिया मुख्तार अंसारी से शनिवार को पूछा कि उसने दबंगई के बल पर कितने सरकारी ठेके लिए थे। किस-किस विभाग के अधिकारी उसके संपर्क में रहते और उनकी भूमिका क्या रहती थी। गाजाीपुर, मऊ और लखनऊ रहने वाले कितने बिल्डर, कारोबारी से संबंध थे। ऐसे सवालों का जवाब देने की बजाय माफिया अधिकारियों की तरफ ही बार-बार देखता था।
आपराधिक इतिहास, मुकदमों के बारे में पूछताछ
- कुछ प्रश्नों को जवाब दिया, मगर उसे प्रमाणिक नहीं माना गया। सूत्रों का कहना है कि शनिवार का दिन माफिया के जरायम की दुनिया से जुड़ा रहा।
- मुख्तार के खिलाफ विभिन्न जिलों में दर्ज मुकदमे, आपराधिक इतिहास, शूटर, गुर्गे सहित अन्य के बारे में पूछताछ की गई।
- माफिया के श्वसुर की कंपनी आगाज कंस्ट्रक्शन के बैंक खाते में ट्रांसफर की गई रकम और उसे भेजने के कारणों को लेकर भी सवाल दागे गए। कई बार वह सिर हिलाकर जवाब देता तो कुछ में हाथ उठाकर इशारा करता।
- इस पर ईडी के अधिकारियों ने कड़ाई से पूछताछ शुरू करते हुए पूर्वांचल के उन नेताओं के बारे में जानने का प्रयास किया, जो माफिया का प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष रूप से समर्थन करते थे।
आगाज कंस्ट्रक्शन को लेकर भी चल रही छानबीन
मुख्तार ने किसी नेता का नाम अपने मुंह से नहीं लिया, लेकिन जब उसके सामने साक्ष्य पेश किए तो हैरत में पड़ गया। सूत्रों का यह भी कहना है कि विकास कंस्ट्रक्शन, विकास इंजीनियरिंग और आगाज कंस्ट्रक्शन के नाम से ही सरकारी ठेके लिए जाते थे। इसके लिए राजनीति और अपराध का प्रभाव इस्तेमाल किया जाता था। ऐसी दशा में दूसरों को किसी काम का टेंडर नहीं मिल पता था। इसको लेकर भी माफिया, उसके परिवार, दोस्त, रिश्तेदारों की भूमिका खंगाली जा रही है।