उत्तराखंड फायरिंग: जिस खनन माफिया को लेकर हुई UP पुलिस की किरकिरी, उस पर अब 1 लाख हुआ इनाम
उत्तर प्रदेश की मुरादाबाद पुलिस ने खनन माफिय जफर पर इनाम बढ़ाकर 1 लाख रुपये कर दिया है। मुरादाबाद पुलिस टीम जफर को पकड़ने के लिए उत्तराखंड के काशीपुर पहुंच गई थी। जहां एक घर में फायरिंग के दौरान बीजेपी नेता की पत्नी की मौत हो गई। वहीं यूपी पुलिस के 6 पुलिसकर्मी घायल हो गए।
उत्तराखंड के ऊधम सिंह नगर जिले के काशीपुर में खनन माफिया जफर को पकड़े गई मुरादाबाद पुलिस ने किरकिरी होने के बाद उस पर इनाम की रकम बढ़ा दी है। जफर पर मुरादाबाद पुलिस ने इनाम 50 हजार से बढ़ाकर एक लाख रुपये कर दिया है। जफर को पकड़ने के लिए सूचना पर उत्तर प्रदेश की मुरादाबाद पुलिस टीम उत्तराखंड में पहुंच गई थी। जफर की तलाश में टीम एक घर में घुस गई और वहां फायरिंग के बीच बीजेपी के ब्लॉक प्रमुख गुरताज भुल्लर की पत्नी गुरप्रीम कौर की गोली लगने से मौत हो गई। इस मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस के 10-12 कर्मियों के खिलाफ उत्तराखंड पुलिस ने केस दर्ज किया है। वहीं उत्तराखंड पुलिस ने बताया है कि किसकी गोली लगने से बीजेपी नेता की पत्नी की मौत हुई।
मुरादाबाद पुलिस का आरोप है कि जफर को काशीपुर में गुरताज सिंह और उसके परिवार ने छिपा रखा था। गुरताज सिंह पर 3 केस दर्ज है। वहीं उसके भाई सुखविंदर सिंह समेत परिवार के अन्य सदस्यों पर 10 से ज्यादा केस दर्ज हैं। मुरादाबाद पुलिस का दावा है कि उसने जफर के बारे में काशीपुर स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) को जानकारी दी थी। हाालांकि उत्तराखंड की काशीपुर पुलिस ने इस दावे को खारिज किया है।
एसएचओ की गोली से हुई महिला की मौत
उत्तराखंड के काशीपुर मामले में दोनों प्रदेशों की पुलिस अलग-अलग दावे कर रही है। हालांकि उत्तराखंड पुलिस के फोरेंसिक डायरेक्टर का कहना है कि काशीपुर घटना में क्रॉस फायरिंग नहीं हुई थी। वहां केवल एक तरफ से फायरिंग होने के सबूत मिल है। उन्होंने बताया कि फायरिंग केवल सरकारी पिस्टल से हुई थी। वहीं उन्होंने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि ब्लॉक प्रमुख की पत्नी गुरप्रीत सिंह की मौत यूपी पुलिस के एसएचओ की गोली लगने से हुई है।
मुरादाबाद पुलिस ने उत्तराखंड पुलिस के दावे को बताया गलत
उत्तराखंड में मुरादाबाद पुलिस टीम के खिलाफ केस दर्ज होने के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस की काफी किरकिरी हो रही है। इस पर मुरादाबाद के एसएसपी हेमंत कुटियाल ने बताया कि हमारी पुलिस टीम के असलहे लूट लिए गए थे। ऐसे में हमारी पुलिस टीम की तरफ से फायरिंग नहीं की गई। हमारी टीम को बंधक बनाया गया था और अपराधी को भगा दिया गया। स्थानीय पुलिस को सूचना दी गई थी, लेकिन उन्होंने कुछ नहीं किया। इस घटना में 6 पुलिसकर्मी घायल हुए है।आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।