उमेश पाल मर्डर केस : शाइस्ता की तलाश में माफिया अतीक के बाहरी करीबियों पर नजर, 50 हजार का इनाम है घोषित
धूमनगंज के सुलेमसराय में रहने वाले अधिवक्ता उमेश पाल की पिछले वर्ष 24 फरवरी को घर में घुसकर गोली व बम मारकर हत्या कर दी गई थी। इसमें उमेश पाल के दो सुरक्षाकर्मियों की भी मृत्यु हो गई थी। मामले में माफिया अतीक अहमद समेत कइयों को नामजद किया गया था। शाइस्ता परवीन भी इसी नामजद आरोपितों की सूची में है।
उमेश पाल की हत्या में वांछित माफिया अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन की तलाश में पुलिस के साथ ही एसटीएफ भी सरगर्मी से लगी है। प्रदेश के कई जनपदों के साथ ही दूसरे राज्यों की भी खाक छान चुकी है, लेकिन सफलता कोसों दूर है।
लंबे समय से फरार शाइस्ता ने कहां ठिकाना बना रखा है? उसकी मदद कौन कर रहा है? इसका पता तो पुलिस काफी समय से लगा रही है, लेकिन अब उसकी नजर माफिया के उन करीबियों पर है, जो कभी माफिया के गैंग में सीधे तौर पर शामिल नहीं थे, लेकिन अतीक का पूरा लाभ उठा रहे थे।
पिछले साल की थी उमेश पाल की हत्या
धूमनगंज के सुलेमसराय में रहने वाले अधिवक्ता उमेश पाल की पिछले वर्ष 24 फरवरी को घर में घुसकर गोली व बम मारकर हत्या कर दी गई थी। इसमें उमेश पाल के दो सुरक्षाकर्मियों की भी मृत्यु हो गई थी। मामले में माफिया अतीक अहमद समेत कइयों को नामजद किया गया था। शाइस्ता परवीन भी इसी नामजद आरोपितों की सूची में है। उस पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया है।
शाइस्ता को पकड़ने में खाली हैं पुलिस के हाथ
हालांकि, जब भी पुलिस ने शाइस्ता परवीन को पकड़ने के लिए दबिश दी, उसके हाथ खाली ही रहे। माफिया के कई गुर्गों तक से पूछताछ में कुछ नहीं निकला। सूत्रों के मुताबिक माफिया अतीक अहमद के दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, गोवा के साथ ही उप्र के प्रतापगढ़, कौशांबी, फतेहपुर व कानपुर में भी कई ऐसे करीबी हैं, जो कभी उसके गिरोह में प्रत्यक्ष रूप से नहीं रहे।