अतीक अहमद शहीद हुए... उन्हें भारत रत्न मिलना चाहिए, कांग्रेस के पार्षद प्रत्याशी की अजब-गज़ब मांग
कांग्रेस के पार्षद प्रत्याशी राजकुमार उर्फ रज्जू भैया ने अतीक अहमद को शहीद बता दिया है और उन्हें भारत रत्न दिए जाने की मांग कर दी।
पुलिस कस्टडी में मौत के घाट उतारे गए माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या के बाद पूरा विपक्ष योगी सरकार पर हमलावर है। विपक्ष पुलिस अभिरक्षा में हुए इस दोहरे हत्याकांड को लेकर सियासी बयानबाजी लगातार चल रही है, लेकिन हद तो तब हो गई, जब यूपी निकाय चुनाव में कांग्रेस से आजाद स्क्वायर वार्ड नं 43 से पार्टी प्रत्याशी राजकुमार सिंह उर्फ़ रज्जू भैया ने माफिया अतीक अहमद को शहीद बता दिया। इतना ही नहीं कांग्रेस उम्मीदवार ने अतीक अहमद को भारत रत्न दिए जाने की मांग भी कर डाली।
राजकुमार उर्फ रज्जू भैया ने कहा, “अतीक अहमद ने शहादत पाई है, लिहाजा उनके शव पर तिरंगा रखा जाना चाहिए था। मुलायम सिंह यादव को पद्म विभूषण मिल सकता है तो फिर अतीक अहमद को भारत रत्न क्यों नहीं मिलना चाहिए?”
बता दे की विडियो वायरल होते ही पार्टी ने मामले को संज्ञान में लेते हुए त्वरित प्रभाव से आजाद स्क्वायर वार्ड नं 43 से पार्टी प्रत्याशी राज कुमार सिंह रज्जू को पार्टी से 6 वर्षों के लिए निष्कासित कर दिया है । शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष प्रदीप मिश्रा अंशुमन ने बताया कि रज्जू का उक्त बयान उनका निजी है, इससे पार्टी का कोई लेना देना नहीं है। पार्टी ने अनुशासनातमक कार्यवाही करते रज्जू की पार्षद उम्मीदवारी वापस ले ली है।
रज्जू भैया पहले भी पार्षद का चुनाव लड़ चुके हैं
राजकुमार उर्फ रज्जू भैया ने आरोप लगाया कि योगी सरकार ने अतीक अहमद की हत्या कराई है। इसके लिए सीएम योगी को अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए उन्होंने सवाल उठाए कि अगर मुलायम सिंह यादव को पद्म विभूषण मिल सकता है तो फिर अतीक अहमद को भारत रत्न क्यों नहीं मिलना चाहिए? राजकुमार सिंह उर्फ रज्जू भैया कांग्रेस पार्टी के पुराने नेता हैं। कांग्रेस उम्मीदवार का यह विवादित बयान सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। उनके ब्यान के बाद जब कांग्रेस के नगर अध्यक्ष प्रदीप मिश्रा अंशुमान ने रोका तो भी रज्जु भैया नहीं रुके।
हिरासत में रज्जु भैया
हालांकि वायरल वीडियो के आधार पर पुलिस ने कांग्रेस उम्मीदवार रज्जू भैया को हिरासत में लिया है। हिरासत में लेने के बाद उसे कोतवाली थाने में रखा गया है। दरअसल, अतीक और अशरफ की हत्या के बाद से ही यूपी की सियासत गर्म है. पूरा विपक्ष एकजुट होकर योगी सरकार पर हमलावर है।