वाराणसी: शराब पीने से मना किया तो भाजपा नेता को पीट-पीट कर मार डाला, चौकी इंचार्ज समेत 9 पुलिसकर्मी सस्पेंड
वाराणसी में शराब पीने से मना करने पर मनबढ़ों ने भाजपा नेता की पीट-पीट कर हत्या कर दी। करीब आधे घंटे तक शराबी कॉलोनी में उत्पात मचाते रहे, लेकिन पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी।
उत्तर प्रदेश के वाराणसी में सड़क पर शराब पीने से मना करने पर मनबढ़ों ने भाजपा नेता पशुपति नाथ सिंह और उनके बेटे को लाठी-डंडों से इतना मारा की उनकी मौत हो गई। इतना ही नहीं अपने पिता को बचाने आए पुत्र को भी मनबढों ने घायल कर दिया। आधे घंटे तक पूरे इलाके में मनबढ़ों की भीड़ इलाके में उपद्रव करती रही, लेकिन पुलिस को भनक तक नहीं लगी। लापरवाही को देखते पुलिस आयुक्त ए. सतीश गणेश ने स्थानीय चौकी के दो दारोगा समेत नौ पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है। बुधवार देर रात ही मौके पर स्थानीय विधायक समेत भाजपा के बड़े नेता भी पहुंचे गए।
ये है घटनाक्रम
बुधवार देर रात सिगरा थाना क्षेत्र के जय प्रकाश नगर में एक बीयर की दुकान है। दुकान के बाहर देर रात तक शराबियों का जमावड़ा लगा रहता था। इस बात की शिकायत स्थानीय भाजपा नेता पशुपति नाथ ने कई बार थाने पर की। पशुपतिनाथ का घर करीब में ही था। बुधवार रात भी मनबढ़ों को सड़क पर शराब पीने से पशुपति नाथ ने मना किया तो शराब पी रहे युवक को नागवार गुजरा। थोड़ी देर में ही युवक करीब चालीस-पचास लोगों के साथ क्षेत्र में पहुंचा। भाजपा नेता को देखते ही ये युवक उस पर टूट पड़े। मौके पर पिता को मार खाता देख पुत्र राजन सिंह भी बचाव के लिए आया, लेकिन मनबढ़ों ने दोनों को बुरी तरह से मारा। हॉस्पिटल ले जाने पर डॉक्टरों ने पिता पशुपतिनाथ को मृत घोषित कर दिया।
विधायक बोले-पहले भी पुलिस से की शिकायत
मृतक भाजपा नेता पशुपतिनाथ सिंह स्थानीय विधायक सौरभ श्रीवास्तव के पिता हरीश चंद्र श्रीवास्तव के सहयोगी रहे थे। 2012 में पशिपतिनाथ पार्षद चुनाव भी लड़ चुके थे। मारपीट की खबर सुनकर विधायक सौरभ श्रीवास्तव तत्काल मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि शराब के ठेके के बाहर शराब पीने की शिकायत पशुपतिनाथ सिंह ने कई बार की थी और मुझसे भी की थी। मैंने भी कई बार पुलिस को इस मामले में कार्रवाई करने के लिए कहा था, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।
पांच हिरासत में, लापरवाही में दो दारोगा समेत नौ पुलिसकर्मी निलंबित
मामला भाजपा नेता से जुड़ा हुआ था तो कमिश्नरेट पुलिस भी बेहद एक्टिव मोड में दिखी। कमिश्नरेट के आला अधिकारी तत्काल मौके पर पहुंचे। घटनाक्रम के बारे में पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने बताया कि देर रात कुछ लोग बीयर शॉप में शराब पी रहे थे। वही पर शराब पीते हुए दो ग्रुप में किसी बात को लेकर बहस हुई। जिस पर बीयर शॉप ऑनर ने अपने मालिक को बुलाया। इसी बीच विवाद बढ़ने लगा और उन लोगों ने अपने और साथियों को बुला कर मारपीट शुरू कर दी। जिसमें पशुपतिनाथ जी की मृत्यु हो गई और बेटे का इलाज ट्रामा सेंटर में इलाज चल रहा है। मामले पर त्वरित कार्रवाई करते हुए 5 लोगों को हिरासत में लिया गया है। अन्य की पहचान कर गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। लापरवाही बरतने के आरोप में स्थानीय चौकी के इंचार्ज समेत कुल 9 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है।