तिहाड़ जेल में गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया का मर्डर और अतीक-अशरफ शूटआउट का कनेक्शन आया सामने
हाई सिक्योरिटी वाली जेल तिहाड़ में मंगलवार सुबह गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया हत्या की खबर प्रयागराज में अतीक अहमद और अशरफ शूटआउट की जांच से जुड़े हुए पुलिस अधिकारियों तक पहुंची तो वे चौंक गए।
कौन था टिल्लू ताजपुरिया?
मीडिया की खबर के मुताबिक टिल्लू ताजपुरिया तिहाड़ जेल से कुख्यात बदमाश नवीन बाली, कौशल और गैंगस्टर नीरज बवानिया के साथ मिलकर गैंग ऑपरेट करता था. उसका नाम रोहिणी कोर्ट शूटआउट में आया था. सितंबर 2021 में रोहिणी कोर्ट में वकील की ड्रेस पहनकर आए दो हमलावरों ने जज के सामने गैंगस्टर जितेंद्र गोगी पर गोलियां बरसा दी थीं।गोगी की मौके पर ही मौत हो गई थी। हालांकि, पुलिस की जवाबी कार्रवाई में दोनों शूटर भी मारे गए थे। तब टिल्लू ताजपुरिया मंडोली जेल में बंद था और उसकी गोगी गैंग से दुश्मनी थी और उसका नाम इस शूटआउट से जुड़ा था।
माना जा रहा है कि टिल्लू की हत्या के पीछे गोगी गैंग का हाथ हो सकता है। टिल्लू और गोगी गैंग की दुश्मनी काफी पुरानी है। लेकिन कभी टिल्लू और गोगी दोस्त हुआ करते थे। फिर दुश्मनी ऐसी हुई कि अब तक गैंगवार में कई लोगों को जान जा चुकी है। टिल्लू ताजपुरिया गांव का रहने वाला है। वहीं जितेंद्र गोगी अलीपुर गांव का था। दोस्ती में खटास आने के बाद दोनों ने अलग-अलग गैंग बना ली। 2010 में बाहरी दिल्ली के एक कॉलेज छात्र संघ चुनाव से यह रंजिश शुरू हुई, जो गैंगवार में तब्दील हो गई।
अतीक मर्डर का टिल्लू कनेक्शन?
हाई सिक्योरिटी वाली जेल तिहाड़ में मंगलवार सुबह गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया हत्या की खबर प्रयागराज में अतीक अहमद और अशरफ शूटआउट की जांच से जुड़े हुए पुलिस अधिकारियों तक पहुंची तो वे चौंक गए। वजह यह कि टिल्लू ताजपुरिया की हत्या के लिए जिम्मेदार कहे जा रहे जितेंद्र गोगी गैंग का कनेक्शन प्रयागराज में हुए शूटआउट से रहा है।
दरअसल अतीक अहमद और अशरफ पर गोलियां बरसाने में जिन तुर्किए मेड जिगाना और गिरसान पिस्टल का इस्तेमाल शूटरों ने किया था, उन पिस्टल से टिल्लू ताजपुरिया का कत्ल किया जाना था।
टिल्लू ताजपुरिया की हत्या के लिए यह पिस्टल दो साल पहले उसके विरोधी जितेंद्र गोगी गैंग ने शूटर सनी तक पहुंचाई थी। टिल्लू ताजपुरिया के मर्डर की सुपारी मिलने के बाद हमीरपुर का अपराधी सनी हमले के लिए मौके की तलाश में था लेकिन इसके पहले ही दिल्ली के रोहिणी कोर्ट में जितेंद्र गोगी की गोलियां बरसा कर हत्या कर दी गई थी।
जितेंद्र की हत्या हो जाने के बाद सनी पिस्टल लेकर भाग आया था। अब टिल्लू ताजपुरिया पर हमले के लिए दी गई पिस्टल का इस्तेमाल 15 अप्रैल को प्रयागराज में काल्विन अस्पताल गेट पर अतीक अहमद और अशरफ की हत्या में इस्तेमाल किया गया है। प्रयागराज के शूटआउट में सनी के साथ बांदा का लवलेश तिवारी और कासगंज जनपद का अरुण मौर्या भी शामिल रहा है। यह तीनों शूटर फिलहाल प्रतापगढ़ जिला कारागार में बंद हैं।