यूपी बोर्ड परीक्षा 2022 में पहली बार ऑनलाइन ड्यूटी लगी तो रिटायर और मरे हुए लोगों को बना दिया एग्जामिनर
यूपी बोर्ड परीक्षा 2022 में इस बार एग्जामिनर, इंविजिलेटर की ड्यूटी ऑनलाइन तरीके से लगाई गई है। इसमें शिक्षा विभाग की वेबसाइट पर पहले से मौजूद डाटा के हिसाब से टीचरों को चुना गया है। शिक्षकों की ऑनलाइन ड्यूटी लगाए जाने से बोर्ड का भार तो हल्का हुआ है। हालांकि, इसमें एक नई परेशानी भी सामने आई है।
इसमें कुछ ऐसे टीचर हैं, जो मर चुके हैं और कुछ रिटायर हो चुके हैं। हम यहां ऐसे ही कुछ मामलों के बारे में बताने जा रहे हैं। इसके बाद हमने यूपी माध्यमिक शिक्षा परिषद् से इन गलतियों की वजह भी जानी है। आइए एक-एक करके दोनों चीजों को देखते हैं। पहले चौंकाने वाले 6 मामले।
मामला 1: फरवरी में सड़क दुर्घटना में जान गवां चुके विशाल को बना दिया गया एग्जामिनर
संभल जिले के एंजरा गांव के जूनियर हाईस्कूल में शिक्षक रहे विशाल अग्रवाल की ड्यूटी बोर्ड परीक्षाओं में लगाई गई। 13 फरवरी को विशाल की मौत एक सड़क दुर्घटना में हो गई थी। उन्हें इस बार बोर्ड मुख्यालय ने एग्जामिनर बनाया है।
मामला 2: छह महीने पहले बीमारी के चलते हो गई थी मौत, अब बोर्ड ने लगा दी ड्यूटी
फिरोजाबाद के एका के प्राइमरी स्कूल के टीचर रहे जगबीर सिंह की ड्यूटी यूपी बोर्ड परीक्षा में लगाई गई। उन्हें अजब सिंह इंटर कॉलेज में बतौर कक्ष निरीक्षक ड्यूटी दी गई। जगबीर ड्यूटी पर नहीं जा सकते हैं क्योंकि 6 महीने पहले ही बीमारी के चलते उनकी मौत हो गई थी।
मामला 3: मृतक संदीप को राजकीय बालिका इंटर कॉलेज में बनाया गया इन्विजिलेटर
लखनऊ के बख्शी का तालाब में प्राथमिक विद्यालय सोनवा के टीचर रहे संदीप कनौजिया का होली के दिन बीमारी के चलते निधन हो गया था। उनकी ड्यूटी विकास नगर के राजकीय बालिका इंटर कॉलेज में कक्ष निरीक्षक के तौर पर लगा दी गई।
मामला 4: जगदम्बा को बना दिए गए एग्जाम सुपरवाइजर, 2021 में हो गया था निधन
लखनऊ के सरोजिनीनगर ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय सदरौना के शिक्षक रहे जगदम्बा प्रसाद यादव की भी ड्यूटी लगी है।परीक्षा में उन्हें सुपरवाइजर बनाया गया। जगदम्बा का निधन बीते साल हो गया था।
मामला 5: रिटायर हो चुके सुरेश बनाए गए कक्ष निरीक्षक
चौथा मामला यूपी के फर्रुखाबाद का है। यहां कमालगंज ब्लाक के न्यामतपुर ठाकुरान गांव के जूनियर हाईस्कूल में टीचर रहे सुरेश सिंह की ड्यूटी बोर्ड परीक्षा में लगाई गई। उन्हें आरपी इंटर कालेज में कक्ष निरीक्षक बनाया गया। सुरेश 2020-21 के सत्र में ही रिटायर हो चुके हैं।
मामला 6: गोपाल शर्मा का नाम भी बोर्ड ड्यूटी की लिस्ट में, 2021 में रिटायर हो गए थे संभल जिले के प्राथमिक विद्यालय बंजरपुरी में पढ़ा चुके गोपाल शर्मा की ड्यूटी बोर्ड परीक्षा में लगाई गई । शर्मा 2021 में सेवानिवृत्त हो चुके हैं। गोपाल को जब इस बारे में पता चला तो उन्होंने इस बारे में जिला शिक्षा विभाग को जानकारी दी।
जिले स्तर पर हुई ऑनलाइन फीडिंग में सामने आई गड़बड़ियां
हमने ड्यूटी में हो रही इस गड़बड़ी पर यूपी माध्यमिक शिक्षा परिषद् के अपर सचिव कार्यालय से जानकारी जुटाई। इस दरमियान हमें पता चला कि परीक्षाओं से पहले बोर्ड मुख्यालय ने सभी जिलों के डीआईओएस से टीचरों का डाटा ऑनलाइन फीड करने का आदेश दिया था। ये प्रक्रिया परीक्षा से दो महीने पहले शुरू हो गई थी। इसमें कुछ पुराने डाटा के फीड होने से ये गड़बड़ियां सामने आई।
इन गलतियों को फिलहाल ठीक करने के लिए परिषद् की सभी जिलों के डीआईओएस के साथ मीटिंग हो चुकी है। इन गलतियों को ठीक कर के दूसरे शिक्षकों की ड्यूटी लगा दी गई है।
इस वजह से लगाई गई ऑनलाइन ड्यूटी
यूपी बोर्ड परीक्षा के दौरान शिक्षकों की ऑनलाइन ड्यूटी लगाए जाने के दो बड़े कारण रहे। पहला: ऑनलाइन तरीके से बोर्ड परीक्षाओं में ड्यूटी दे रहे टीचरों की सटीक मॉनिटरिंग हो सकेगी। दूसरा: परीक्षा खत्म होते ही शिक्षकों के खाते में ड्यूटी का पैसा भेज दिया जाएगा।