मामला खोलो या फिर कुर्सी छोड़ो, उत्तराखंड डीजीपी का थाने के अफसरों को तीन दिन का अल्टीमेटम
उत्तराखंड में लगातार दुस्साहसिक घटनाएं हो रही हैं। इससे नाराज उत्तराखंड डीजीपी ने सभी थानों के अफसरों को मामले के खुलासे के लिए अल्टीमेटम दिया है। डीजीपी ने सख्त लहजे में कहा है कि अगर मामले का खुलासा नहीं कर पा रहे हैं तो कुर्सी छोड़ दो।
उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने बिगड़ती हुई कानून व्यवस्था को फिर से पटरी पर लाने के लिए कड़ा रुख इख्तियार किया है। उन्होंने उत्तराखंड के तीन जिलों के पुलिस कप्तानों को चेतावनी देते हुए कहा कि तीन दिन में मामले के खुलासा न हुआ तो क्षेत्राधिकारी और थाना प्रभारी को हटना होगा। जिले के पुलिस कप्तान को अपराध नियंत्रण में नाकाम माना जाएगा।
उत्तराखंड में हाल ही में उधम सिंह नगर में एक बड़ी वारदात हुई। जिसमें एक जनप्रतिनिधि की धर्मपत्नी की गोली लगने से मृत्यु हो गई। अभी यह मामला शांत नहीं हुआ था, तभी काशीपुर में अपने घर के बाहर बैठकर अखबार पढ़ रहे खनन व्यापारी पर मोटरसाइकिल पर सवार होकर आए बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर उसकी हत्या कर दी। वहीं, देहरादून के डोईवाला क्षेत्र में दो दिन पहले रात में उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के चचेरे भाई के यहां बड़ी डकैती हुई। जिसके बाद देहरादून पुलिस को अल्टीमेटम दिया गया है। रविवार शाम हरिद्वार जिले के लक्सर क्षेत्र में बदमाशों द्वारा पुलिस पर फायरिंग कर दी गई। जिसमें दो पुलिस कॉन्स्टेबल घायल हो गए। इस मामले में हरिद्वार पुलिस को अल्टीमेटम दिया गया है।
उत्तराखंड में हुई बड़ी वारदातों के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी नाराजगी जाहिर की है और डीजीपी को सख्त कदम उठाने के आदेश दिए हैं। उधमसिंह नगर और हरिद्वार क्राइम के लिहाज से हमेशा से ही नाजुक क्षेत्र रहा हैं, लेकिन बढ़ती वारदातों के कारण पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं।