हेल्प-हेल्प... कमरे में चिल्ला रही थीं अंकिता भंडारी, सामने डांस कर रहा था अंकित, चश्मदीद ने बयां किया आंखों देखा हाल
अंकिता हत्याकांड के बाद एसआईटी की टीम ने चीला शक्ति नहर में गिरे पुलकित आर्य के मोबाइल फोन को खोजने के लिए हाईटेक्निक टेकनालॉजी का इस्तेमाल किया। इस दौरान सेंसर तकनीकी का इस्तेमाल कर नहर में गिरे मोबाइल की लोकेशन खोजी गई।
रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी हत्याकांड का चश्मदीद गवाह सामने आ गया है। उसने कई सनसनीखेज खुलासे किए हैं। चश्मदीद ने बताया कि उस रात क्या हुआ था। उसने बताया कि मैम (अंकिता भंडारी) रो रही थी और अंकित बहुत गुस्से में था, वो कह रहा था गेस्ट आए हुए हैं। उसने बताया मेरा भाई जैसे कमरे में आया तो मैम (अंकिता भंडारी) फोन पर चिल्ला रही थी, मेरी हेल्प करो...मेरी हेल्प करो। वैसे रोज जब मैं आता था तो अंकित सर बैठने के लिए कहते थे, लेकिन उस दिन कमरे से जाने के लिए कह दिया। मुझे कुछ सही नहीं लगा। अंकित सर कमरे में घुसे और अंकिता भंडारी के साथ नाचने लगे। अंकित ने अंकिता भंडारी को कमरे से बाहर निकाला और सौरभ की बाइक पर बैठाया। इस दौरान मैम (अंकिता भंडारी) रो रही थी। सभी लोग रात साढ़े आठ बजे रिजॉर्ट से निकले। उसके बाद मैम (अंकिता भंडारी) का फोन नहीं लगा, हम लोगों ने काफी कोशिश की।
अंकिता हत्याकांड के बाद एसआईटी की टीम ने चीला शक्ति नहर में गिरे पुलकित आर्य के मोबाइल फोन को खोजने के लिए हाईटेक्निक टेकनालॉजी का इस्तेमाल किया। इस दौरान सेंसर तकनीकी का इस्तेमाल कर नहर में गिरे मोबाइल की लोकेशन खोजी गई।
अंकिता भंडारी हत्याकांड में एसआईटी की टीम सबूतों को चुन-चुन कर न सिर्फ जुटाने में लगी है, बल्कि आधुनिक तौर-तरीकों का इस्तेमाल कर साक्ष्यों को जुटाने मे लगी है। एसआईटी ने हत्याकांड में साइबर एक्सपर्ट की टीम को भी लगाया है, जो घटनास्थल पर वारदात के वक्त एक्टिव मोबाइल आईडी को स्कैन कर रही है। एसआईटी यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है, क्या वाकई घटना के वक्त मौके पर अंकिता समेत चार ही लोग थे। शनिवार को घटनास्थल पर साइबर एक्सपर्ट की टीम सेल टावर आईडी स्कैनर के साथ मौके पर नजर आई। इस दौरान टीम वारदात के दिन एक्टिव मोबाइल की जानकारियां ट्रेस करती दिखी।