BHU के मरीजों को छूट देगा टाटा कैंसर अस्पताल, जांच के लिए भटकने को मजबूर नहीं होंगे रोगी
जांच की जो सुविधा बीएचयू में नहीं है वह टाटा अस्पताल में मिल सकेगी। ऐसे में कई राज्यों से आने वाले मरीजों व उनके तीमारदारों को इस सुविधा से राहत मिलेगी। सुविधा पाने के लिए चिकित्सा अधीक्षक कार्यालय से रेफर भी कराना होगा।
जांच की जो सुविधा बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल में नहीं है वह जांच महामना पंडित मदन मोहन मालवीय कैंसर केंद्र एवं होमी भाभा कैंसर अस्पताल में छूट पर होगी। टाटा कैंसर अस्पताल के निदेशक प्रो. एसके प्रधान ने बताया कि छूट में जांच के लिए दोनों संस्थानों में छावनी स्थित होटल क्लार्क में आयोजित कार्यक्रम में समझौता हुआ। इस पहल से मरीजों को राहत मिलेगी।
बताया कि टाटा कैंसर अस्पताल में जांच के लिए तीन श्रेणी प्राइवेट, जनरल व आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए है। बीएचयू से कैंसर के जो मरीज आएंगे उन्हें इन्हीं श्रेणियों के अनुसार जांच में छूट दी जाएगी। अन्य रोगों के मरीजों की जांच पर 50 प्रतिशत तक छूट दी जाएगी। इसके लिए बीएचयू में उपचार का विवरण होना चाहिए। इस सुविधा का लाभ पाने के लिए चिकित्सा अधीक्षक कार्यालय से रेफर भी कराना होगा। इस मौके पर बीएचयू कुलपति प्रो. सुधीर के जैन, चिकित्सा विज्ञान संस्थान, बीएचयू के निदेशक प्रो. एसके सिंह, एसएस अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक प्रो. केके गुप्ता, टाटा कैंसर अस्पताल के चिकित्सा अधिक्षक डा. आकाश आनंद आदि मौजूद थे।
रिपोर्ट कार्ड का विमोचन
अधिकारियों ने टाटा के दोनों अस्पतालों की रिपोर्ट कार्ड संबंधी पुस्तक का विमोचन किया। बताया गया कि पिछले साल 20851 मरीजों का पंजीकरण हुआ। वहीं 12294 का आपरेशन, 56 हजार से अधिक कीमोथेरेपी व तीन हजार से अधिक रेडियोथेरेपी की गई। कहा कि अगर समय पर उचित उपचार मिले तो 80 प्रतिशत कैंसर पीड़ित बच्चों को ठीक किया जा सकता है। कैंसर पीड़ित बच्चों की देखभाल करने के लिए सैंट जूड संस्था कार्य कर रही है। लंबे समय तक यहां रहने वाले परिजनों को नौकरी भी प्रदान करती है। साथ ही बच्चों को शिक्षा भी और उनकी तमन्ना भी पूरी करती है। यह भी कहा कि जिस प्रकार वाराणसी में कैंसर के संपूर्ण उपचार के लिए हब तैयार है, उसी प्रकार हर पांच-दस करोड़ की आबादी में सुविधा होने चाहिए। वहीं 2-3 करोड़ की आबादी में कामन कैंसर अस्पताल होना चाहिए।
टाटा अस्पताल में बनी धर्मशाला, नैवैद्यम में भोजन
बीएचयू के सुंदर बगिया स्थित महामना पंडित मदन मोहन मालवीय कैंसर केंद्र व लहरतारा स्थित होमी भाभा कैंसर अस्पताल (एमपीएमएमसीसी एवं एचबीसीएच) का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 19 फरवरी 2019 को किया था। चौथे स्थापना दिवस की पूर्व संध्या पर शनिवार को टाटा मेमोरियल सेंटर, मुंबई के निदेशक (मेडिकल विंग) डॉ. आरए बडवे ने शनिवार को छावनी स्थित होटल क्लार्क में आयोजित पत्रकार वार्ता में बताया कि सुंदर बगिया के अस्पताल में आने वाले मरीजों व उनके तीमारदारों को ठहरने के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा।
परिसर में ठहर सकेंगे 304 लोग
परिसर में 304 लोगों के ठहरने के लिए धर्मशाला लगभग तैयार है। निर्माण में जो भी कार्य बाकी है उसे तत्काल पूर्ण करने को सीपीडब्ल्यूडी को कहा गया है। नैवैद्यम भोजनालय का उद्घाटन 19 फरवरी को होगा। यह भोजनालय अन्नपूर्णा सेवा समिति की ओर से संचालित किया जाएगा। जनवरी 2022 से नवंबर तक आर्थिक रूप से कमजोर 9798 कैंसर मरीजों का निश्शुल्क उपचार किया गया। इन पर कुल 61 करोड़ रुपये का खर्च किया गया। वाराणसी में जितने कैंसर के मरीज हैं उसमें 40 प्रतिशत सिर्फ तंबाकू से हुए हैं। सेवापुरी, हरहुआ, अराजीलाइन, काशी विद्यापीठ इत्यादि ब्लाक में 70 हजार महिलाओं की जांच की गई है।
पांच हो जाएंगी रेडियोथेरेपी की मशीनें, होगी सुविधा
बताया कि टाटा कैंसर अस्पताल में रेडियोथेरेपी की दो मशीनें हैं। जल्द तीन और मशीनें आने वाली है। इस प्रकार यहां पांच मशीनें हो जाएंगी। डॉ. बडवे ने बताया कि जल्द वाराणसी में टेस्ट व इंटरवेंशन प्रोग्राम चलेगा, जिससे कैंसर का पहले ही पता लगाया जा सके।
कैंसर मरीजों की समस्याओं के खेवनहार बनेंगे केवट
उन्होंने बताया कि हर कैंसर सेंटर पर 10-12 ऐसे लोग रखे जाएंगे जो मरीजों की समस्याएं सुनेंगे और उसका हल करेंगे। ऐसे लोगों को केवट नाम दिया गया है। ये लोग अस्पतालों में समस्याओं एवं मरीजों की परेशानियों को सीधे रिपोर्ट करेंगे। बताया कि कई बार मरीजों को अस्पताल की सुविधाओं एवं उनके स्थान के बारे में जानकारी नहीं होती है, जिसके कारण मरीज व उनके तीमारदार परेशान होते हैं। उनकी समस्याओं को दूर करने की जिम्मेदारी केवट की होगी। साथ ही परेशान करने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों पर भी नजर रखेंगे।