टेंट सिटी से होगा विश्वनाथ धाम और मां गंगे का दर्शन, कल PM मोदी दिल्ली से करेंगे वर्चुअली लोकार्पण
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कल गंगा विलास जलयान के साथ टेंट सिटी का भी दिल्ली से वर्चुअली लोकार्पण करेंगे। लोकार्पण कार्यक्रम में मुख्यमंत्री मंत्री सहित तमाम अधिकारी मौजूद रहेंगे। वहीं सूर्य के मकर में प्रवेश के साथ ही सैलानी प्रवास करेंगे।
काशी में गंगा पार रेती में बस रही टेंट सिटी से नव्य भव्य श्री काशी विश्वनाथ धाम और गंगा के घाटों की दिव्य छटा के दर्शन होंगे। इसका ध्यान रखते हुए तंबुओं के इस अनूठे शहर को आकार दिया गया है। असि घाट के सामने रेती के 30 हेक्टेयर क्षेत्र में इसे तीन श्रेणियों में बांटा गया है। इसमें 900 वर्ग फीट में बना गंगा विला दर्शन काटेज रिवर फेसिंस है। यह अन्य दो श्रेणियों के काटेज की तुलना में काफी आलीशान है। इसके सामने गंगा की तरफ एक पंच पुल भी दिया गया है। इसके अलावा प्राइवेट बीच भी मिलेगा।
गंगा विलास जलयान के साथ टेंट सिटी का होगा लोकार्पण
साज सज्जा समेत लगभग सभी कार्य पूरे कर लिए गए। अंग्रेजी के बड़े अक्षरों में टेंट सिटी व वाराणसी को लाइट डिस्प्ले करने के साथ फिनिशिंग टच दिया जाता रहा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 13 जनवरी को गंगा विलास जलयान के साथ इसका भी वर्चुअली लोकार्पण करेंगे। इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार को ही बनारस पहुंच रहे हैं। इसे देखते हुए वीडीए सचिव सुनील कुमार वर्मा ने टेंट सिटी का निरीक्षण किया। उन्होंने प्रवेग कम्युनिकेशन के जीएम वरुण पांडेय से कार्य प्रगति की जानकारी ली। शुक्रवार को आयोजित शुभारंभ के समारोह की तैयारियों के संबंध में दिशा-निर्देश भी दिए।
300 कारीगरों की मेहनत से मूर्त हुई परिकल्पना
टेंट सिटी बनाने में तीन सौ से अधिक कारीगर लगाए गए। इसमें 150 स्थानीय तो शेष गुजरात से बुलाए गए हैं जो टेंट सिटी बनाने के विशेषज्ञ हैं। जर्मन तकनीक पर बनाई गई वेदर प्रूफ काटेज का निर्माण किया गया है। इसमें सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा गया है।
जून तक कर सकेंगे प्रवास
पर्यटन को विस्तार देने की दृष्टि से रेती में बसाई गई टेंट सिटी में पर्यटक आसपास के विभिन्न घाटों से नावों द्वारा पहुंचेंगे। इसमें हर साल अक्टूबर से जून तक प्रवास किया जा सकेगा। बारिश के मौसम में नदी के जल स्तर में वृद्धि के कारण तीन महीने के लिए इसे हटा दिया जाएगा।
350 काटेज किए गए बुक
टेंट सिटी में बनाए गए 600 काटेज में से 350 की बुकिंग हो चुकी है। इसमें बनाए गए बैंक्वेट हाल की भी एक बुकिंग आठ फरवरी के लिए हुई है। हालांकि अभी भी ज्यादातर लोग टेंट सिटी की खासियत, सुविधाओं सहित आवागमन के बारे में जानकारी कर रहे हैं। वीडीए सचिव सुनील कुमार वर्मा ने बताया कि 15 जनवरी से पर्यटक जब रहना शुरू करेंगे तो बुकिंग में तेजी आएगी।
झलकेगा बनारस और बनारसी उत्पाद
जैसलमेर के सेंड ड्यून्स और गुजरात के रन आफ कच्छ की तर्ज़ पर बसाई जा रही टेंट सिटी में बनारस और धर्म अध्यात्म की झलक मिलेगी तो जीआइ उत्पादों से पलक झपकना भूल जाएगी। इस लिहाज से तंबुओं के शहर को सजाने के लिए विश्व प्रसिद्ध बनारसी साड़ी की रिप्लिका का उपयोग किया गया है। दुनिया भर में मशहूर भदोही का कारपेट भी टेंट सिटी की शोभा बढ़ाएगा। पूर्वांचल के भी कई उत्पाद दिखेंगे। टेंट सिटी के एक क्लस्टर का निर्माण करा रही लल्लू जी एंड संस के पार्टनर हिमांशु अग्रवाल ने बताया कि लग्जरी होटल की सुविधा के साथ सभी टेंट का डेकोरेशन काशी के आसपास के हैंडीक्राफ्ट व अन्य उत्पादों से किया गया है।