बाराबंकी में 4 महीने बाद घर पहुंचा युवक का शव: सऊदी अरब में नौकरी करने गया था, जनवरी में हुई थी मौत
सऊदी अरब में रोजी-रोटी कमाने गये अनुज नाम के बाराबंकी के एक युवक की वहां करीब साढ़े चार महीने पहले मौत हो गई थी।
सऊदी अरब में रोजी-रोटी कमाने गये अनुज नाम के बाराबंकी के एक युवक की वहां करीब साढ़े चार महीने पहले मौत हो गई थी। अपने रिश्तेदार के साथ सऊदी अरब में काम करने गये अनुज से जब घर वालों का संपर्क टूटा तो घर वालों की चिंता बढ़ी। कुछ दिनों के बाद रिश्तेदार से पता चला की अनुज की मौत हो चुकी है। जिसके बाद बूढ़ी मां और घर वालों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा।
मोदी सरकार ने मामले में हस्तक्षेप किया
घर वाले बेटे के शव के लिये जगह-जगह फरियाद लगा रहे थे। जब यह मामला सांसद तक पहुंचा। तब जाकर केंद्र की मोदी सरकार ने मामले में हस्तक्षेप किया और सऊदी अरब सरकार ने साढ़े चार महीनों के बाद शव भारत भिजवाया है। वहीं बेटे का शव पहुंचते ही परिजनों में कोहराम मच गया। यह पूरा मामला तहसील हैदरगढ़ के ग्राम दुर्गा पुरवा मजरे बेहटा से जुड़ा है।
राधेश्याम के साथ काम करने गया था सऊदी
जहां की रहने वाली राजकली ने फरवरी महीने में बाराबंकी के सांसद उपेन्द्र सिंह रावत के सामने फरियाद लगाई कि उनका 25 वर्षीय पुत्र अनुज अपने रिश्तेदार राधेश्याम के साथ सऊदी अरब कमाने गया था। रिश्तेदार राधेश्याम अमेठी जिले के इंहौना गांव का निवासी है। उन्होंने बताया कि सउदी अरब में राधेश्याम जहां काम करता था, वहां से अनुज के काम करने के स्थान की दूरी करीब 600 किलोमीटर थी।
पूरे विधि विधान से दाह संस्कार किया गया
राजकली के मुताबिक अनुज सउदी अरब में डाकिल अल्जाफ नामक व्यक्ति के यहां काम करता था। डाकिल अल्जाफ के उपलब्ध कराए गए मोबाइल नंबर से अनुज से बात होती थी। वहीं दूसरी ओर शव देश आने की उम्मीद लगाए बैठी मृतक की मां राजकली और पिता प्यारेलाल सहित अन्य परिवारजन को पुत्र का शव मिला तो सभी ने सांसद उपेन्द्र सिंह रावत के साथ ही विदेश मंत्री और प्रधानमंत्री के प्रति आभार जताया।
जिसके बाद सांसद उपेंद्र सिंह रावत, हैदरगढ़ विधायक दिनेश रावत और बीजेपी नेता नवीन सिंह राठौर की उपस्थिति में सऊदी अरब से आये अनुज के शव के बक्शे को खोला गया। पूरे विधि विधान से दाह संस्कार किया गया।