भारतीय जनता पार्टी के सहयोगी दल के एक परिवार के शीर्ष नेता के साथ बंद होटल में क्या हुआ? यह तो वो और विधायक ही जाने। अलबत्ता विधायक इस घटना के बाद उनकी पार्टी छोड़कर बसपा में शामिल हो गए।
प्रयागराज: भारतीय जनता पार्टी के सहयोगी दल के एक परिवार के शीर्ष नेता के साथ बंद होटल में क्या हुआ? यह तो वो और विधायक ही जाने। अलबत्ता विधायक इस घटना के बाद उनकी पार्टी छोड़कर बसपा में शामिल हो गए। बात दो दिन पहले की है।
सिविल लाइंस के एक होटल में एक दल के बड़े नेता आए। कुछ व्यापारी उनसे मिले। इनमें से एक होटल का मालिक भी है। वह भी सोनभद्र जिले की एक सीट से टिकट मांग रहे हैं। इस बीच सोनभद्र की दुद्धी सीट से दल के विधायक और आदिवासी नेता हरि राम चेरो वहाँ पहुंचे। मुलाकात हुई। बताते हैं कि कमरे के अंदर दो लोग थे। विधायक और टिकट दे सकने की ताकत वाले नेताजी। एक नेता की सुरक्षा में लगे गनर और वहीं के वेटर ने बताया, ‘कमरे के अंदर से तेज आवाज आई। फिर, यह आवाज और तेज हो गई। जैसे कोई दर्द से एकदम चीख पड़े। दरवाजे पर मौजूद लोग अंदर जाते, दरवाजा खटखटाते इसके पहले ही विधायक तेज कदमों से चलते हुए निकल गए। सामने की चेयर पर नेताजी निढाल से, दोनो पैरों के बीच हाथ रखे पड़े थे। कोई कुछ समझ नहीं पाया।
वेटर ने बताया कि इस बड़े नेता की सेवा-टहल में लगे लोगों ने डरते हुए पूछा कि ‘ भइया क्या हुआ? इस पर वे बिफर गए।’ कोई आधे घण्टे कमरे में अकेले रहने के बाद नेताजी वहाँ से चले गए। यह क्या माजरा था? कोई कुछ न बोला। परंतु, घटना का मर्म समझ बहुतेरे गए।
इसी कारण यह चर्चा शहर के सियासी गलियारों में भी आ गई । इस संवाददाता ने भी माजरा जानने की कोशिश की। दल के शीर्ष नेता से तो सम्पर्क न हो पाया। परंतु, विधायक हरि राम चेरो की गतिविधियां, उनके बयान बहुत कुछ कह गए। एक दिन पहले विधायक ने नेताजी की पार्टी छोड़ दी।
विधायक ने प्रेस के सामने कहा, "मैं अपना दल (एस) से विधायक चुना गया। मुझे दुद्धि की आदिवासी जनता ने चुना। मै उनके नुमाइंदे के रूप में जब भी दल की नेता के पति 'आशीष पटेल जो कार्य वाहक अध्यक्ष भी हैं' से मिला या मिलने की कोशिश की तो हमेशा अपमान सहना पड़ा। मिलते ही अपमान जनक बातचीत से मै आहत था। मुझे लगता रहा कि यह मेरा नहीं, मुझे विधायक चुनने वाले आदिवासी समाज का अपमान है। आशीष से दो दिन पहले भी मिल। क्या हुआ??? इस पर ज्यादा क्या कहूं…? मै दल छोड़कर आ गया हूं। सम्मान के लिए जीवन समर्पित है। अपमान से आहत होकर अब बसपा का सिपाही हो रहा हूं। जय भीम।"
होटल में क्या हुआ? इस पर अधिकृत बयान आने बाकी हैं। आजकल विजुअल का जमाना है। बॉडी लैंगवेज देखिये और अंदाजा लगाइये कि क्या हुआ?
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