पहले पर 80 हजार, दूसरे पर 1 लाख, तीसरे पर 2 लाख... चीन में बच्चे पैदा करने के लिए बांटे जा रहे पैसे
चीन में आबादी बढ़ने की रफ्तार सुस्त पड़ चुकी है। यह सुस्ती जितनी गंभीर है उतनी ही खतरनाक भी। अनुमान है कि 2023 में भारत चीन को पछाड़कर दुनिया में सबसे अधिक आबादी वाला देश बन जाएगा। 2100 तक चीन की जनसंख्या के 1 अरब तक घटने का भी अनुमान है।
भले चीन की आबादी दुनिया में सबसे ज्यादा है लेकिन घटती जन्म दर उसके लिए चिंता की सबसे बड़ी वजह है। इससे एक वक्त के बाद उसकी आबादी बूढ़ी हो जाएगी और फिर घटना शुरू हो जाएगी। ऐसी स्थिति से बचने के लिए चीन ने अभी से उपाय करने शुरू कर दिए हैं। इसका ताजा उदाहरण बच्चे पैदा करने के लिए माता-पिता को दिया जाने वाला 2 लाख रुपए से अधिक का ऑफर है। जनसंख्या को सिकुड़ने से रोकने के लिए चीन में इस तरह के कई ऑफर लोगों को दिए जा रहे हैं।
दरअसल चीन अपनी ही 'वन चाइल्ड पॉलिसी' में फंस चुका है। इस दुष्प्रभावों को कम करने के लिए शेनझेन शहर में 17.7 मिलियन लोगों को परिवार बढ़ाने के लिए कैश ऑफर किया जा रहा है। योजना के तहत माता-पिता को पहला बच्चा पैदा करने के लिए करीब 90 हजार रुपए दिए जाएंगे। दूसरा और तीसरा बच्चा होने पर उन्हें अतिरिक्त लगभग 1.30 लाख रुपए और 2.30 लाख रुपए दिए जाएंगे। चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार हर बच्चे के तीन साल का होने तक पैसा मिलना जारी रहेगा।
2021 में जन्मे बच्चे 2017 से 25 फीसदी कम
चीन के दक्षिणी शहर में कभी जन्म दर सबसे ज्यादा हुआ करती थी। लेकिन सरकार की वन-चाइल्ड पॉलिसी के चलते यह गिर गई। आधिकारिक आंकड़े बताते हैं कि 2021 में शहर में जन्म लेने वाले बच्चों की संख्या 2,01,300 थी, जो 2017 से 25 फीसदी से भी ज्यादा कम थी। दूसरी ओर पूर्वी शहर जिनान में स्थानीय अधिकारियों ने इस साल पैदा हुए प्रत्येक बच्चे के लिए 7 हजार रुपए मासिक भुगतान का ऑफर देने की भी योजना बनाई है, अगर वह बच्चा दूसरी या तीसरी संतान है।
चीन 2100 तक खो सकता है 1 अरब लोग
स्थानीय सरकार ने कहा कि यह उपाय 'दीर्घकालिक, संतुलित जनसंख्या वृद्धि को बढ़ावा देगा'। विशेषज्ञों ने पहले चेतावनी दी थी कि चीन आपदा की ओर बढ़ रहा है क्योंकि अनुमान है कि देश 2100 तक एक अरब लोगों को खो सकता है। चीन की 'वन चाइल्ड पॉलिसी' को 2016 में नाटकीय ढंग से हटा दिया गया था ताकि कपल दो बच्चे पैदा कर सकें। 2021 में माता-पिता को तीन या अधिक बच्चे पैदा करने की अनुमति दे दी गई थी।