SCO 2022 बैठक में पीएम मोदी के संबोधन की 10 बड़ी बातें: स्टार्टअप, चिकित्सा और यूक्रेन संकट पर रखी अपनी बात
पीएम मोदी ने कहा कि भारत में 70 हजार से ज्यादा स्टार्टअप हैं। भारत को मैन्यूफक्चरिंग हब बनाने की कोशिश की जा रही है। आईये जानते हैं शंघाई सहयोग संगठन शिखर सम्मेलन (SCO Summit) में पीएम मोदी के संबोधन की दस बड़ी बातें...
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उज्बेकिस्तान के समरकंद शहर में आयोजित शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की बैठक को संबोधित किया। इस बैठक में पीएम मोदी ने जलवायु परिवर्तन, स्वास्थ्य और चिकित्सा संबंधी कई अहम मुद्दों पर अपनी बात रखी। पीएम मोदी ने कहा कि भारत में 70 हजार से ज्यादा स्टार्टअप हैं। भारत को मैन्यूफक्चरिंग हब बनाने की कोशिश की जा रही है। आईये जानते हैं शंघाई सहयोग संगठन शिखर सम्मेलन (SCO Summit) में पीएम मोदी के संबोधन की दस बड़ी बातें...
1. पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया कोरोना महामारी पर काबू पा रही है। कोरोना और यूक्रेन संकट के कारण वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में कई व्यवधान उत्पन्न हुए हैं। हम भारत को एक विनिर्माण केंद्र में बदलना चाहते हैं।
2. एससीओ शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी ने कहा कि हम जन-केंद्रित विकास मॉडल पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। हम हर क्षेत्र में नवाचार का समर्थन कर रहे हैं। आज हमारे देश में 70,000 से अधिक स्टार्ट-अप और 100 से अधिक यूनिकॉर्न हैं।
3. पीएम मोदी ने कहा कि इस साल भारत की अर्थव्यवस्था के 7.5 प्रतिशत की दर से बढ़ने की उम्मीद है। मुझे खुशी है कि हमारी अर्थव्यवस्था दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से एक है।
4. शिखर सम्मेलन में बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि हम स्टार्टअप्स और इनोवेशन पर एक स्पेशल वर्किंग ग्रुप शुरू करने जा रहे हैं। भारत की सफलता की कहानी से विचारों और अनुभव के आदान-प्रदान से एससीओ के अन्य सदस्य देशों को उनके संबद्ध प्रयासों में मदद मिलेगी।
5. सम्मेलन में बोलते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत आज विश्व में चिकित्सा और स्वास्थ्य पर्यटन के लिए सबसे किफायती स्थानों में से एक है। अप्रैल 2022 में गुजरात में डब्ल्यूएचओ ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन का उद्घाटन किया गया। पारंपरिक चिकित्सा के लिए यह WHO का पहला और एकमात्र ग्लोबल सेंटर होगा। हमें एससीओ देशों के बीच ट्रेडिशनल मेडिसिन पर सहयोग बढ़ाना चाहिए। इसके लिए भारत एक नए एससीओ वर्किंग ग्रुप ऑफ ट्रेडिशिनल मेडिसिन पर पहल लेगा।
6. प्रधानमंत्री ने कहा कि विश्व आज एक और बड़ी चुनौती का सामना कर रहा है। हमारे नागरिकों की खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करना हमारी बड़ी जिम्मेदारी है। इस समस्या का एक संभावित समाधान है बाजरे (Millets) की खेती और उपभोग को बढ़ावा देना है।
7. शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी ने बाजरे की खेती को बढ़ावा देते हुए कहा कि यह एक ऐसा सुपरफूड है, जो न सिर्फ एससीओ देशों में, बल्कि विश्व के कई भागों में हजारों सालों से उगाया जा रहा है। यह खाद्य संकट से निपटने के लिए एक पारंपरिक, पोषक और कम लागत वाला विकल्प है।
8. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि साल 2023 को UN International Year of Millets के रूप में मनाया जाएगा। हमें एससीओ के अंतर्गत एक ‘मिलेट फूड फेस्टिवल’ के आयोजन पर विचार करना चाहिए।
9. वहीं, आज पीएम मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग समेत शंघाई सहयोग संगठन के अन्य सदस्य देशों के नेताओं के साथ समरकंद में आयोजित संगठन के वार्षिक शिखर सम्मेलन में शुक्रवार को हिस्सा लिया।
10. शिखर सम्मेलन के परिसर पर उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति शवकत मिर्जियोयेव ने पीएम मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया। शिखर सम्मेलन के बाद पीएम मोदी के कुछ द्विपक्षीय बैठकें भी करने का कार्यक्रम है।