पहलवानो के समर्थन में उतरे किसान जंतर मंतर पर डाला डेरा, राकेश टिकैत भी अपने समर्थको के साथ पहुंचे
धरने पर बैठे पहलवानों का समर्थन करने आज जंतर-मंतर पर खाप पंचायतें और किसान संगठनों के लोग जुटे हैं। दोनों ने ही धरना स्थल पर संयुक्त महापंचायत लगाने का ऐलान किया है। इसे देखते हुए दिल्ली पुलिस ने भी विशेष तैयारी की है।हालांकि, पंजाब के सबसे बड़े किसान संगठन बीकेयू के सदस्य जंतर-मंतर पर पहुंच चुके हैं।
दिल्ली के जंतर मंतर पर पहलवानों का धरना प्रदर्शन लगातार जारी है। पिछले कुछ दिनों से कई राजनीतिक हस्तियों ने भी वहां पहुंचकर उनके प्रदर्शन का समर्थन किया है। किसान नेता राकेश टिकैत भी आज पहलवानों से मिलने जंतर मंतर पहुंचे. किसानों के शक्ति प्रदर्शन के सवाल पर उन्होंने कहा कि यहां हम बातचीत करने आएं हैं, धरना जारी रहेगा। जबकि बृजभूषण का कहना है कि आरोप साबित होने पर खुद ही फांसी लगा लेंगे। पहलवानों के प्रदर्शन के बीच भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने फिर कहा कि अगर उन पर यौन शोषण का एक भी आरोप साबित हो गया तो वह खुद ही फांसी लगा लेंगे।
‘आरोपों के सबूत पेश करें पहलवान’
उन्होंने जारी एक वीडियो बयान में कहा कि वह इन मुद्दों पर खुले तौर पर चर्चा नहीं कर सकते क्योंकि मामले की जांच दिल्ली पुलिस की ओर से की जा रही है। साथ ही उन्होंने पीड़ित पहलवानों को उन पर लगाए आरोपों की पुष्टि करने वाले सबूत पेश करने की भी चुनौती दी। दूसरी ओर, किसान नेता राकेश टिकैत ने बृजभूषण सिंह की गिरफ्तारी की मांग तेज कर दी है। उन्होंने कहा कि WFI प्रमुख के खिलाफ केस दर्ज होने के बाद अब उनकी गिरफ्तारी भी होनी चाहिए।
हालांकि किसानों के एक ग्रुप को आज रविवार को टिकरी बॉर्डर पर ही रोक लिया गया। इस बीच खाप से जुड़ी महिलाएं भी जंतर-मंतर पहुंच रही हैं। पहलवानों के समर्थन के लिए हरियाणा, पंजाब और पश्चिमी उत्तर प्रदेश से बड़ी संख्या में किसानों के दिल्ली पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है। बड़ी संख्या में किसानों के आने की संभावना को देखते हुए बॉर्डर्स पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। टिकरी बॉर्डर पर पुलिस ने किसानों के एक ग्रुप को वहीं पर रोक दिया और आगे नहीं बढ़ने दिया।
जंतर-मंतर पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात
दूसरी ओर, एक किसान नेता ने पुलिस की ओर से दिल्ली में एंट्री करने की अनुमति मिलने के बाद कहा, “हमारा विरोध (पहलवानों का समर्थन करने के लिए) महज एक दिन यानी आज के लिए है। अगर सरकार कोई समाधान नहीं निकाल पाती है तो हम विचार करेंगे कि आगे क्या करना है।” फिलहाल जंतर-मंतर पर भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है।
पहलवानों को समर्थन देने का ऐलान
इस बीच एक दिन पहले ही संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) की ओर से यह ऐलान किया गया था कि वह भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे पहलवानों के समर्थन में राष्ट्र स्तर पर अपना प्रदर्शन करेगा। दिल्ली पुलिस संभावित प्रदर्शन को देखते हुए पूरी तरह से मुस्तैद है। अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली पुलिस की ओर से किसानों की इस यात्रा से पहले जंतर-मंतर और राजधानी के सभी बॉर्डर्स पर सुरक्षा इंतजाम कड़े कर दिए गए हैं।माना जा रहा है कि हरियाणा और दिल्ली के अलावा पंजाब तथा पश्चिमी उत्तर प्रदेश से किसान मोर्चा के कई बड़े नेताओं के सैकड़ों किसानों के साथ दिल्ली आने की योजना है। दूसरी ओर, गाजियाबाद से सटे गाजीपुर बॉर्डर पर दिल्ली पुलिस की जबरदस्त तैनाती की गई है और कड़ी निगरानी की जा रही है
राकेश टिकैत को रोकने की कोशिश
माना जा रहा है कि मेरठ, हापुड़, मुजफ्फरनगर से दिल्ली जाने वाले अन्य रास्ते गीता कॉलोनी, भोपरा, लोनी, मयूर विहार, कश्मीरी गेट और आईटीओ के रास्तों का इस्तेमाल कर सकते हैं। इन जगहों पर तैनात पुलिसकर्मियों का कहना है कि किसी भी हालत में किसान नेता राकेश टिकैत और खाप के लोगों को रोकने का प्लान है।
दिल्ली पुलिस की एडवायजरी
दिल्ली पुलिस ने बताया कि बाहर से आने वाले लोगों को दिल्ली में प्रवेश की इजाजत है लेकिन शर्त के साथ। लोग अपने प्राइवेट व्हीकल और बसों के जरिए दिल्ली पहुंच सकते हैं, लेकिन उनको ट्रैक्टर ट्रॉली के जरिए दिल्ली में प्रवेश की इजाजत नहीं दी जाएगी। दिल्ली पुलिस ने डेड कंपनी पैरामिलिट्री फोर्स को सिंघु बॉर्डर और आउटर नॉर्थ जिले के मुख्य पॉइंट पर तैनात किया है। पुलिस के भी 300 पुलिसकर्मी आउटर नॉर्थ जिले में तैनात हैं। टिकरी बॉर्डर, नांगलोई चौक, पीरागढ़ी चौक मुंडका चौक जैसे मुख्य चौराहों पर दिल्ली पुलिस ने अपनी एक कंपनी पैरामिलिटरी फ़ोर्स और 200 दिल्ली पुलिस के जवानों को तैनात हैं।