CM योगी कांग्रेस के सुरजेवाला के बयान को लेकर बोले- '...ऐसा सबक सिखाएंगे; भविष्य में नहीं कर पाएंगे राजनीति'
सीएम योगी ने गुरुवार को मथुरा में हेमा मालिनी के पक्ष में जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि किसी भी अन्य दल के पास प्रत्याशी ढूंढे नहीं मिल रहे हैं। उधार में प्रत्याशी ला रहे हैं उधार में भी प्रत्याशी नहीं मिल पा रहे हैं। इसलिए कांग्रेस के नेता अपना आपा खो बैठे हैं। देश इन्हें ऐसा सबक सिखाएगा कि भविष्य में राजनीति तक नहीं कर पाएंगे।
सीएम योगी ने गुरुवार को मथुरा में हेमा मालिनी के पक्ष में जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि किसी भी अन्य दल के पास प्रत्याशी ढूंढे नहीं मिल रहे हैं। उधार में प्रत्याशी ला रहे हैं, उधार में भी प्रत्याशी नहीं मिल पा रहे हैं। इसलिए कांग्रेस के नेता अपना आपा खो बैठे हैं।
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला के हेमा मालिनी पर विवादित बयान पर सीएम योगी ने बिना नाम लिए कहा- "अब कांग्रेस नेता भारत की आधी आबादी पर अभद्र टिप्पणी कर अपमान करने पर उतारू हो चुके हैं।
कांग्रेस और इनके गठबंधन के लोगों को इस बात की जानकारी होनी चाहिए कि ये राधारानी की भूमि है, यमुना मैया की भूमि है। उनकी कृपा इस भूमि पर है। यदि आधी आबादी का अपमान करोगे तो पूरा भारत वर्ष ऐसा सबक सिखाएगा कि आगे से राजनीति करने लायक नहीं बच पाएंगे।
सीएम योगी बोले- ये मातृशक्ति का अपमान
लोकतंत्र में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है, लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि व्यक्तिगत टिप्पणी कर अनावश्यक रूप से मातृशक्ति का अपमान करें। ये हमारा समाज कभी स्वीकार नहीं कर सकता है। विचारों से सहमति असहमति हो सकती है। लेकिन हम कला, संस्कृति, राष्ट्रीयता, किसी जाति को टारगेट नहीं कर सकते। कोई टारगेट करने का प्रयास कर रहा है, तो अपने लिए गड्ढा स्वयं खोद रहा।
उन्होंने कहा कि चारों ओर एक ही आवाज है। मोदी ने दस वर्ष तक देश की सेवा की, हम अपना एक एक वोट मोदी को देंगे। ये आवाज ऐसी ही नहीं है। पहली बार भारत ने भारत वासियों ने एक ऐसी सरकार को देखा है। जिसने देश की भावना के अनुरूप सम्मान की रक्षा करते हुए और राष्ट्रीय स्वाभिमान को 56 इंच चौड़ा करते हुए दुनिया के सामने भारत का गौरव बढ़ाने का कार्य कर रही है।
देश के अंदर कांग्रेस को 60 वर्ष शासन का अवसर मिला। क्यों नहीं काशी विश्वानाथ धाम का निर्माण किया। काशी से साठ वर्ष प्रतिनिधित्व किया। क्यों नहीं वहां के बारे में सोचा। क्यों नहीं मथुरा-वृंदावन के बारे में सोचा।